रायपुर। 3500 करोड़ से ज्यादा के बैंक घोटाला करने वाले रोटोमैक्स कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी ने न सिर्फ बैंक को चूना लगाया बल्कि छत्तीसगढ़ के एक बड़े व्यवसाई को भी चूना लगाया है. कोठारी पिता-पुत्र के व्यापारिक रिश्ते राजधानी के बड़े व्यवसाई बागड़िया ब्रदर्स से हैं. बुधवार को ईडी की टीम आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने बागड़िया ब्रदर्स के जवाहर नगर स्थित कार्यालय में दबिश दी.
ईडी की टीम 6 घंटे से भी ज्यादा समय तक बागड़िया के कार्यालय में रही. जहां उन्होंने रोटोमेक कंपनी से संबंधित दस्तावेजों को जब्त किया. इस दौरान ईडी ने बागड़िया ब्रदर्स के मालिकों से रोटोमैक कंपनी के संबंध में पूछताछ की.
बताया जा रहा है कि 2013 में बागड़िया ब्रदर्स ने विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी को 6 करोड़ का कर्जा दिया था. लेकिन तयशुदा वक्त में कोठारी पिता-पुत्र रकम वापसी करने पर आनाकानी करने लगे जिसके बाद बागड़िया ब्रदर्स ने कोठारी के द्वारा दिए गए पोस्ट डेटेड चेक को बैंक में जमा किया गया लेकिन उनका चेक बाउंस हो गया.
लगातार तीन बार चेक बाउंस होने के बाद बागड़िया ब्रदर्स ने न्यायालय की शरण ली. न्यायालय ने विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दोनों को गिरफ्तार करने का रायपुर एसपी को आदेश दिया था. फरवरी 2017 में रायपुर पुलिस ने आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार करने के लिए उनके निवास स्थान में दबिश दी लेकिन दोनों वहां से फरार हो गए.