जीतेन्द्र सिन्हा, राजिम। छत्तीसगढ़ के धार्मिक आयोजनों में फिंगेश्वर का शाही दशहरा महोत्सव एक विशेष स्थान रखता है. विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के बाद प्रदेशभर में प्रसिद्ध यह पर्व आज पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है. रंग-बिरंगी आतिशबाजी, पारंपरिक रथयात्रा और छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच फिंगेश्वर नगर पूरी तरह दशहरामय हो गया है.

शाही परंपरा का पर्व — रविवार 5 अक्टूबर को तेरस पर आयोजन

फिंगेश्वर का विजयदशमी पर्व परंपरागत परमार वंश की प्राचीन परंपरा के अनुसार दशहरा के तीन दिन बाद तेरस के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व रविवार, 5 अक्टूबर 2025 को मनाया जा रहा है. सुबह विशेष पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत होगी, जिसमें श्रद्धालुओं और ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है.

भव्य आतिशबाजी और सांस्कृतिक झलक

आयोजकों द्वारा इस बार आयोजन को भव्य रूप देने की पूरी तैयारी की गई है.

  • हाई स्कूल परिसर में रंगीन आतिशबाजी कार्यक्रम होगा.
  • बालाजी मंदिर प्रांगण में छत्तीसगढ़ी आर्केस्ट्रा और लोक संगीत का आयोजन होगा.
  • मावली मंदिर चौक पर पारंपरिक झांकी और जस गीत पेश किए जाएंगे.
  • पुराने बस स्टैंड परिसर में छत्तीसगढ़ की लोकनृत्य प्रस्तुतियां होंगी, जो दर्शकों को प्रदेश की संस्कृति से जोड़ेंगी.

रथयात्रा में शामिल होंगे राजा नीलेन्द्र बहादुर सिंह

शाही परंपरा के अनुरूप राजमहल से राजा नीलेन्द्र बहादुर सिंह विशेष रथ में सवार होकर हाई स्कूल ग्राउंड तक रैली निकालेंगे. वहां भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना कर पारंपरिक ‘रैनी मारने’ की रस्म निभाई जाएगी.

सुरक्षा और व्यवस्था पुख्ता

दशहरा महोत्सव के दौरान नगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. पुलिस बल की तैनाती के साथ चलित न्यायालय और अस्थायी चौकियां स्थापित की गई हैं.

  • नगर पंचायत और मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा प्रकाश, पेयजल और स्वास्थ्य शिविरों की व्यवस्था की गई है.
  • विद्युत विभाग ने अतिरिक्त लाइटिंग और जनरेटर बैकअप की व्यवस्था की है.

अस्त्र-शस्त्र प्रदर्शन बनेगा आकर्षण का केंद्र

इस शाही दशहरा का विशेष आकर्षण रहेगा प्राचीन अस्त्र-शस्त्रों का शौर्य प्रदर्शन. स्थानीय युवक पारंपरिक हथियारों के साथ रैली में शामिल होंगे और पुरानी युद्धकला का प्रदर्शन करेंगे.

राजा करेंगे समापन की घोषणा

विजय जुलूस के राजमहल लौटने के बाद आयोजित समापन समारोह में राजा नीलेन्द्र बहादुर सिंह दूर-दराज से आए अतिथियों को पान-सुपारी भेंट कर दशहरा महोत्सव का समापन करेंगे.

सफल आयोजन की अपील

मंदिर ट्रस्ट समिति के सर्वराकार राजा नीलेन्द्र बहादुर सिंह सहित वरिष्ठ सदस्य शिव कुमार सिंह ठाकुर, रमेन्द्र सिंह ठाकुर, देवेंद्र बहादुर सिंह, पुखराज सिंह, यशोधरा सिंह धुर्वे, पंकज शर्मा, आदितेन्द्र बहादुर सिंह और रवि तिवारी ने लोगों से शाही दशहरा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है.

फिंगेश्वर का शाही दशहरा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति, परंपरा और एकता का उत्सव है.