प्रतीक चौहान. रायपुर. Raipur Railway Station में पिछले कई महीनों से ‘नादान’ की होशियारी ने आरपीएफ और कमर्शियल विभाग को बेबस कर दिया है. आरपीएफ और कमर्शियल विभाग की बेबसी का आलम ये है कि रायपुर रेलवे स्टेशन में ये पूरा गिरोह, चोरी करने वाली गिरोह की स्टाइल में अवैध वेंडिंग करता है. आज हम आपको इस गिरोह पैटर्न के स्टाइल में हो रही अवैध वेंडिंग के पूरे खेल का खुलासा करेंगे. इस खुलासे के लिए हम पिछले 1 हफ्ते से कई कड़ियों को जोड़ते रहे है.

 नादान नाम के एक व्यक्ति ने कुछ महीनों पहले रायपुर रेलवे स्टेशन में पेटी कांट्रेक्टर के रूप में इंट्री की. एक स्टॉल के कार्ड अवैध रूप से खरीदे और धीरे-धीरे अपनी पैठ जमाई आज नादान की रायपुर रेलवे स्टेशन में इतनी हैरान करनी वाली पैठ है कि आरपीएफ की जिस क्राइम ब्रांच की टीम को देख अवैध वेंडर कांपने चाहिए उसी ऑफिस के सामने वे निश्चिंत होकर अवैध वेंडिंग कर रहे है. इससे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि नादान के अवैध वेंडरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है, लेकिन रायपुर रेलवे स्टेशन में वे यात्रियों की सेहत से खिलवाड़ करते हुए अवैध तरीके से अंडा बिरयानी की बिक्री करवा रहा है.

नादान के वेंडर रेलवे के सभी नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए बकायदा ट्रेन के अंदर वेंडिंग करते है और जब इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने जाता है तो या तो ये भाग निकलते है या अपना सामान छोड़ देते है, जिससे ये पता न चले वो फूड पैकेट्स किसके है.

गिरोह के कई सदस्य करते है रेकी

अब आपको बताते है कि अवैध वेंडिंग का ये खेल गिरोह के रूप में कैसे संचालित होता है. रायपुर रेलवे स्टेशन के दोनो छोर (बिलासपुर और दुर्ग) पर अवैध वेंडिंग के लिए 10-15 अवैध वेंडर खड़े रहते है. इसमें 1-2 लोग खाली ये देखने के लिए खड़े रहते है कि कोई चेक करने या पकड़ने तो नहीं आ रहा है. जैसे ही ये भाप जाते है कि कोई इन्हें पकड़ने आ रहा है तो ये इशारा कर वेंडरों को भगाने में कामयाब होते है. आप ये समझ लीजिए कि रायपुर रेलवे स्टेशन में इतने महीने से अवैध वेंडिंग का खेल चल रहा है, लेकिन बावजूद इसके आरपीएफ और कमर्शियल की बेबसी सामने आ रही है, जिसमें वे न केवल बिना वैध टिकट स्टेशन में प्रवेश कर रहे है बल्कि अंडा बिरयानी रोज बेचकर निकल जाते है. इस मुहिम को जारी रखते लल्लूराम डॉट कॉम निरंतर खुलासा करेगा. अगली कड़ी में फर्जी आई कार्ड बनने के खेल को उजागर किया जाएगा.