प्रतीक चौहान. रायपुर. ऑन ड्यूटी आरपीएफ के डीआईजी भवानी शंकर नाथ (RPF DIG Bhawani Shankar Nath) अपने महिला मित्रों के साथ सोमवार को भिलाई के सूर्या मॉल (Surya Mall Bhilai) में पहुंचे थे. इसका खुलासा लल्लूराम डॉट कॉम ने किया. लेकिन अब सवाल ये है कि आरपीएफ डीआईजी भवानी शंकर नाथ के ऑन ड्यूटी मॉल घुमने और महिला मित्रों के घुमाने की मामले की जांच कौन करेगा ?
आरपीएफ के सूत्र बताते है कि महिला मित्रों ने दुर्ग आरपीएफ पोस्ट में डीआईजी का बर्थ-डे केक भी काटा है, जानकारी के मुताबिक 10 सितंबर को उनका जन्मदिन था. दावा तो यहां तक है कि केक इंस्पेक्टर के चेंबर में काटा गया. नीली बत्ती लगी गाड़ी में ही आरपीएफ डीआईजी की महिला मित्र आरपीएफ पोस्ट पहुंची थीं.
सागर इंटरनेशनल में लंच का बिल किसने दिया ?
आरपीएफ के लिए ये जांच का विषय है कि सागर इंटरनेशनल में डीआईजी और उनकी महिला मित्र के लंच का बिल किसने दिया, या ये भी महज महिला मित्रों को खुश करने के लिए मुफ्त का लंच कराया गया. क्योंकि ये होटल रेलवे में वर्षों से कैटरिंग का काम करने वाले अग्रवाल परिवार की बताई जाती है, जहां रेलवे और आरपीएफ के अधिकारियों के लिए प्रोटोकॉल की सेवाएं दिन और रात उपलब्ध रहती है. या यहां महिला मित्रों के लंच का बिल दुर्ग आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर द्वारा किया गया ?
DIG से मॉल के अंदर क्या हो रही थी बातें, जहां RPF का कोई भी स्टॉफ नहीं था
RPF के लिए ये भी जांच का विषय है कि बिलासपुर से दुर्ग महिला मित्र से मॉल मिलने गए ऑन ड्यूटी डीआईजी ऐसी कौन सी बात कर रहे थे जहां कोई भी आरपीएफ स्टॉफ मौजूद नहीं था. आरपीएफ डीआईजी की ऐसी क्या मजबूरी थीं कि वे महिला मित्र के साथ करीब 2-3 घंटे मॉल घुमते रहे, कॉफी और पिज्जा भी खिलाया. आरपीएफ के लिए ये भी जांच का विषय है कि महिला मित्र से आरपीएफ डीआईजी की घनिष्टता का किसी भी प्रकार से विभागीय रूप से इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा ?
पहली बार मिली थी महिला मित्र ? या पहले भी मिल चुकी है ?
आरपीएफ के लिए ये भी जांच का विषय है कि ऑन ड्यूटी मॉल घुमने के शौकीन डीआईजी क्या पहली बार अपनी महिला मित्र से दुर्ग जाने के बाद मॉल में मिल रहे है ? या इसके पहले भी उनकी मुलाकात हो चुकी है. यदि पहली बार मिल रहे है तो उनकी दोस्ती कैसे हुई और उन्हें ये किसने जानकारी दी कि वे बिलासपुर से दुर्ग आ रहे है और उनके लिए लंच का प्लान रखा गया है!
तो क्या इंस्पेक्टर को भी बेस्ट प्रोटोकॉल का मिलता है तोहफा ? और न करने वाले को मिलती है सजा ?
अब सवाल और जांच का विषय ये भी है कि महिला मित्रों को थाने बुलाकर महिला मित्रों से मिलवाने का पूरा प्लान किसका था. क्या ये महज अधिकारी को खुश करने के लिए प्रोटोकॉल का हिस्सा था ? क्या आरपीएफ में बेस्ट प्रोटोकॉल निभाने वाले इंस्पेक्टर को तोहफा मिलता है ? क्या प्रोटोकॉल न करने वाले इंस्पेक्टर को सजा मिलती है ? आरपीएफ के लिए ये जांच का विषय है कि इसी जोन में सीनियर डीएससी रहने के बाद डीआईजी बने भवानी शंकर नाथ के कार्यकाल के दौरान किस-किस को चार्टशीट मिली ? किसकी चार्टशीट क्यों माफ की गई ? किस-किस आरपीएफ अधिकारी का रिकार्ड खराब किया गया ? या किस-किस अधिकारी का रिकार्ड प्रोटोकॉल के आधार पर बेस्ट किया गया ? लेकिन सवाल ये कि डीआईजी के इस पूरे मामले की जांच कौन करेगा ?
किसके-किसके संपर्क में है ये महिला मित्र और क्या ये कांग्रेस नेत्री है ? या समाज सेविका ?
लल्लूराम डॉट कॉम के खुलासे के बाद डीआईजी की महिला मित्र को लेकर कई प्रकार की जानकारी अब सामने आ रही है. कुछ लोगों का कहना है कि उक्त महिला कांग्रेस नेत्री है और अपने फ्रेंड सर्कल और परिवार में अपना वर्चस्व बनाने के लिए वो तमाम बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ चाय-कॉफी पीने जाती है और अपने वाट्सअप में इसके स्टेटस अपडेट करती है. सूत्र बताते है कि डीआईजी के अलावा भी आरपीएफ में उक्त महिला नेत्री कई लोगों के संपर्क में है.
दावा तो यहां तक है कि वे एक आरपीएफ पोस्ट में ध्वजारोहण के कार्यक्रम आरपीएफ के निमंत्रण में भी पहुंची थी.