RPF Latest News: प्रतीक चौहान. DG साहब… आरपीएफ की अंग्रेजों के जमाने की अफसरशाही चल रही है… सोते हुए डीआईजी को अटेन न करना आरपीएफ अधिकारियों को इतना भारी पड़ गया कि SrDSC ने डीआईजी के आदेश पर स्पष्टीकरण मांग लिया. सूत्र बताते है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के Mohammad Saquib (DIG-CSC) पिछले दिनों राजनांदगांव और गोंदिया होते हुए गुजरे. उनके जाने की सूचना पहले ही बिलासपुर जोन से इंस्पेक्टरों को जा चूकी थी.


इसके बाद रायपुर और दुर्ग में आरपीएफ अधिकारियों ने Mohammad Saquib (DIG-CSC) साहब को रिसीव (अटेन) किया. लेकिन राजनांगांव और गोंदिया में ट्रेन के पहुंचे के दौरान डीआईजी सो गए थे. इसी बीच ट्रेन दोनो स्टेशनों से पार हो गई.
संभवतः जब उनकी नींद खुली होगी तो उन्हें याद आया होगा कि क्या आरपीएफ के स्टॉफ राजनांदगांव और गोंदिया में रिसीव करने उन्हें आए होंगे ? चूंकि वो सो गए थे इसलिए उन्हें ये स्पष्ट नहीं होगा कि स्टॉफ आए थे या नहीं… उन्होंने नागपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी को फटकार लगाई कि उन्हें उक्त दोनो स्टेशनों में कोई स्टॉफ नहीं दिखा.
आनन-फानन में Mohammad Saquib (DIG-CSC) को रिसीव/अटेन न करना को बड़ी लापरवाही मानते हुए स्पष्टीकरण मांग लिया. ये स्पष्टीकरण नागपुर रेल मंडल के आरपीएफ के ‘Emergency’ ग्रुप में मांगा गया.
स्पष्टीकरण के जवाब से भी जब डीआईजी और सीनियर डीएससी (Sr DSC) का मन नहीं भरा तो उन्होंने CCTV फुटेज की जांच करवाने के आदेश दे दिए और ये फरमान सुनाया कि स्पष्टीकरण केवल इंचार्ज नहीं बल्कि वो स्टॉफ भी देगा तो उन्हें रिसीव करने प्लेटफार्म में खड़ा था और शिफ्ट इंचार्ज भी देगा.
अपने स्पष्टीकरण में स्टॉफ ने ये भी बताया है कि उन्होंने डीआईजी को अटेन किया, लेकिन साहब सोए हुए थे. इसके बाद स्टॉफ की बातों में कितनी सच्चाई है इसकी जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज तक मंगवाया गया.
अब आरपीएफ स्टॉफ नाम न छापने की शर्त पर ये पूछ रहा है कि यदि कोई अधिकारी उनके रेलवे स्टेशन से रात में गुजर रहा हो तो क्या वे उन्हें नींद से उठाकर ‘सैल्यूट’ करेंगे ? मान लीजिए कि यदि ऐसा हो जाए तो बिलासपुर से निकलने के बाद साहब को स्टॉफ पहले भाटापारा, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, गोंदिया, भंडारा में उठाकर सैल्यूट करना होगा. लेकिन इसके बाद आरपीएफ के अधिकारी ये कहकर स्पष्टीकरण मांग सकते है कि साहब जब सोए थे तो उन्हें नींद से क्यों उठाया गया… इसका जवाब दें. आपको यहां ये बताना जरूरी है कि जिस वक्त ये पूरा घटना क्रम हुआ तब डीआईजी छुट्टी पर थे…