RPF Latest News: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के एक आरपीएफ पोस्ट में एक ऐसा वाक्या हुआ है, जिससे पूरे डिपार्टमेंट में खलबली मचा दी है. मामला ये है कि आरपीएफ बैरक में बिना कार्रवाई के गांजा रखा गया था. इंटरनल रिपोर्ट जब इसकी भेजी गई तो विभाग में मानो भूचाल आ गया. इसके बाद अब इसे कहीं और दर्शाकर पुलिस ने इसकी कार्ऱवाई पूरी कर आरपीएफ अधिकारी को कागजों में राहत दी, लेकिन पूरे डिपार्टमेंट सवालों के घेरे में आ गया और यही कारण है कि आरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. सवाल ये है कि इस मामले में उक्त सब इंस्पेक्टर को जब आरपीएफ ने सस्पेंड कर दिया तो लोकल पुलिस ने उन्हें आरोपी क्यों नहीं बनाया ? वहीं इस मामले में जल्द उक्त पोस्ट के अन्य स्टॉफ पर भी तलवार लटक रही है. हालांकि आरपीएफ में गांजा का ये कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी आरपीएफ की संलिप्तता से गांजा का खेल उजागर हो चुका है.

क्या है इस पूरे मामले में विभागीय चर्चा

लल्लूराम के सूत्र बताते है कि पिछले दिनों लिंक एक्सप्रेस से आरपीएफ को गांजा मिला. आरपीएफ ने कार्रवाई के उद्देश्य से इसे थाने लाया. ये आरपीएफ के लिए जांच का विषय है कि ऐसा क्या हुआ कि आगे इसकी कार्रवाई उसी दिन नहीं हो सकी. इसके बाद ये गांजा थाने में ही रखा रहा. एक चर्चा ये भी है कि गांजा थाने लाया ही नहीं गया और सीधे आरपीएफ बैरक में छिपाकर रख दिया गया. सूत्र बताते है कि आरपीएफ की स्पेशल इंटेलीजेंस ब्रांच (SIB) ने एक गोपनीय रिपोर्ट बनाकर आईजी को भेज दी. जिसमें संभवत इसकी जानकारी दी गई कि थाने में गांजा बिना कार्ऱवाई के रखा हुआ है.

आईजी ने पूरे मामले की जांच के लिए बिलासपुर आरपीएफ कमांडेंट को निर्देशित किया. उन्होंने इस संबंध में उक्त आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर से जानकारी ली. उन्होंने अपने छुट्टी में होने की जानकारी दी और थाने में गांजा न होने की बात कही. इसके बाद जोन से एक विशेष टीम उक्त थाने पर गई. लेकिन थाने में गांजा नहीं मिला. सूत्रों का दावा है कि उसे कुछ दिन बैरक में ऱखा गया और फिर वहां से कही और ठिकाने लगा दिया गया. प्रारंभिक रूप से हुई आरपीएफ की जांच में एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

लल्लूराम ने उक्त पोस्ट के इंस्पेक्टर से भी पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए संपर्क किया. उन्होंने गांजा पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए 12 जून को ही पूरी कार्रवाई करने की बात कही और जोन के किसी भी टीम के द्वारा की गई कोई कार्रवाई की जानकारी न होने की बात कही.

इस मामले में लल्लूराम ने बिलासपुर रेल मंडल के RPF कमांडेंट से भी पक्ष लेने उन्हें फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका (उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया).

कागजों में ऐसे बच गए अफसर

चूंकि अब इस मामले में लोकल पुलिस ने अपनी कागजी कार्ऱवाई कर गांजा जब्त कर लिया है, जिससे कागजों में अब आरपीएफ अधिकारी सेफ हो गए है, लेकिन विभागीय सूत्रों का दावा है कि अभी इस मामले में विभागीय जांच चल रही है और इसमें अभी और तूफान आना अभी बाकी है.