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RPF Latest News: प्रतीक चौहान. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के तिल्दा आरपीएफ पोस्ट के अधीन रेल लाईन चोरी किए जाने का एक मामला सामने आया है. लेकिन इस मामले ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए है और यही कारण है कि जोन के आईजी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जोनल टीम को एक्टिव कर दिया है.
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सूत्र बताते है कि मांढर-सिलायारी के बीच रेल लाईन चोरी करने के लिए 4-5 लोगों ने कुछ दिनों पहले रेकी की. चोर जब 12 चक्के का ट्रक लेकर चोरी करने पहुंचे और ट्रक में रेल लाईन चढ़ा ही रहे थे तभी आरपीएफ के एसआई समेत 2 स्टॉफ ने दबिश दी, लेकिन वो केवल 1 आरोपी को पकड़ने में कामयाब हुए और बाकी 4 फरार हो गए.
जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम गौरव चतुर्वेदी बताया जा रहा है जो मूलतः दुर्ग का रहने वाला है. लेकिन इस मामले में जोन के उच्च अधिकारियों को कार्रवाई संदिग्ध लग रही है, जिसके बाद आईजी ने अपनी टीम भेजी है.
सूत्र बताते है कि अब इस मामले में सीआईबी भी एक्टिव हो गई है, आरपीएफ के जानकार बताते है कि जो अनुमानित रेल लाईन की चोरी बताई जा रही है वहीं उच्च अधिकारियों को कार्रवाई पर संदेह करने की ओर इशारा कर रही है.
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उच्च पदस्थ सूत्र कहते है कि 12 चक्का ट्रक में 4-5 आरोपियों को गिरोह क्या केवल 30-35 हजार रुपए की रेल लाईन चोरी करने के लिए आएगा ? दूसरा आरपीएफ ने ये रेड हेंडेड कार्रवाई की है तो आरपीएफ के 3 स्टॉफ ने सिर्फ एक आरोपियों को ही पकड़ने में सफलता हासिल की और बाकी फरार हो गए ? यदि ये भी माना जाए कि चोरों को आरपीएफ के आने की भनक लगी हो तो केवल एक ही आरोपी वहां क्यों रूकेगा ?
सवाल ये भी है कि आरपीएफ के पास भी अपनी गाड़ी होगी, तो क्या आरपीएफ ने आरोपियों का पीछा गया ? हालांकि ये केवल कयास है और इसमें कितनी सच्चाई है इसकी जांच ही आरपीएफ के उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में टीम कर रही है.
बता दें कि तिल्दा आरपीएफ पोस्ट से चंद कदमो की दूरी पर कोयला चोरी होने की पोल लल्लूराम डॉट कॉम ने खोली थी, जिसके बाद डीआईजी ने पोस्ट प्रभारी को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी, लेकिन रायपुर रेल मंडल की ओर से उस वक्त कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. अब इस मामले ने एक बार फिर कई सवालों को जन्म दिया है और इन तमाम सवालों पर विराम तब लगेगा जब आरपीएफ के अधिकारी इस मामले में आधिकारिक जानकारी देंगे.