प्रतीक चौहान. रायपुर. दुर्ग रेलवे स्टेशन में चल रहे अवैध वेंडिंग का खुलासा लल्लूराम डॉट कॉम ने मंगलवार को किया था. जिसके बाद अवैध वेंडरों को आरपीएफ ने पकड़ा है.
आरपीएफ पोस्ट दुर्ग से मिली जानकारी के मुताबिक 7 अवैध वेंडरों को पकड़ा गया और उनके खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा के तहत कार्रवाई की है. वहीं पोस्ट के इंस्पेक्टर के मुताबिक ये अभियान लगातार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि कमर्शियल विभाग के अधिकारियों से वेंडरों का पूरा ब्यूरा मांगा गया है, लेकिन अधिकारी के छुट्टी में होने के कारण पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है. जैसे ही पूरी जानकारी मिलेगी उसके आधार पर लगातार अभियान चलाकर अवैध वेंडिंग के खेल को रोकने की बात उन्होंने कही है. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक रेलवे स्टेशन में करीब 130 स्टॉल, वेंडरों को कमर्शियल विभाग आई कार्ड जारी करता है. इसमें सबसे ज्यादा स्टॉफ आरके अग्रवाल एंड संस के है. वहीं अवैध वेडरों के मामले में भी उसी के स्टॉफ सबसे ज्यादा है, क्योंकि आरके अग्रवाल एंड संस का गढ़ दुर्ग माना जाता है.
ठेले वैध है या अवैध ?
अवैध वेंडरों पर तो आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 वेंडरों के खिलाफ मामला दर्ज किया. लेकिन अब बड़ा सवाल ये है कि बिना लाइसेंस लटके दुर्ग रेलवे स्टेशन में चल रहे तीन ठेलों का क्या ? क्या कमर्शियल विभाग के अधिकारी इसकी जांच करेंगे या कमर्शियल अधिकारियों ने ठेलों के संचालन में अपनी मौन सहमति दी है ?