हैदराबाद। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को हैदराबाद के बाहरी इलाके कान्हा शांति वनम में ग्लोबल हार्टफुलनेस सेंटर का दौरा किया। यात्रा की शुरुआत कान्हा से हुई। वह दो गोल्फ कार्ट पर बने दुनिया के सबसे बड़े ध्यान हॉल में गए। उसके बाद यात्रा गार्डन से होते हुए बाबूजी की प्रतिमा तक गए। उन्हें वृक्ष संरक्षण केंद्र (टिशू कल्चर लैब) और हाइड्रोपोनिक्स भी दिखाया गया, जहां हार्टफुलनेस लुप्तप्राय पौधों और पेड़ प्रजातियों के संरक्षण में मदद कर रहा है।

भागवत ने ‘हॉर्टीकल्चर’ नर्सरी का भी दौरा किया और गहरी जड़ तक सिंचाई करने वाली और छिड़काव करने वाली मशीन का अवलोकन किया। आरएसएस नेता ने इसके बाद मेडिटेशन हॉल में दाजी का प्रवचन सुना।

उन्होंने कहा, हार्टफुलनेस की मेरी यात्रा और दाजी से मुलाकात घटनापूर्ण और संतोषजनक रही है। दाजी ने मानव चेतना को विविधताओं और भौतिक अराजकता से ऊपर उठाने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह मानव जीवन की कई संभावनाओं को प्राप्त करने के लिए मन की शांति लाने का उपदेश देते रहे हैं। उनका बुद्धिमान शब्दों ने कई लोगों के जीवन को छुआ है और दुनिया भर में लाखों लोगों ने उनकी ध्यान तकनीकों से लाभान्वित किया है।