रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत रायपुर प्रवास पर आ रहे हैं. 15 अगस्त को सायंकाल रायपुर पहुंचने से लेकर 17 अगस्त को सुबह रायपुर से प्रस्थान करने के बीच होने वाले तमाम कार्यक्रमों में सियासतदानों को जगह नहीं दी गई है, बावजूद इसके इन आयोजनों को लेकर तमाम सियासतदानों के साथ आम लोगों की भी निगाहें लगी हुई है.

संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख सुरेन्द्र कुमार ने सरसंघचालक के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि मोहन भागवत 16 अगस्त को आयोजित एक दिन की बैठक में संघ की दृष्टि से महाकोशल और छत्तीसगढ़ प्रान्त के प्रमुख अधिकारियों से संवाद करेंगे. कोरोना से उपजी परिस्थितियों के कारण सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए इस बैठक में कुल 20 अधिकारियों को बुलाया गया है, जो संघ की प्रान्त टोली में दायित्व पर हैं. इसमें 5- 5 के ग्रुप बनाकर उपस्थित अधिकारियों से संवाद करेंगे.

उन्होंने बताया कि संघ द्वारा समाज के सहयोग से पर्यावरण के क्षेत्र में व्यापक काम किया जा रहा है. वर्ष में आने वाले भिन्न-भिन्न त्योहारों को अवसर बनाकर बड़े स्तर पर भी वृक्षारोपण किया गया है. पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में अनेक प्रकल्पों को प्रारम्भ किया गया है. कोरोना से उपजी परिस्थितियों में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों को अपने मूल स्थान पर वापस आना पड़ा है, उसकी पूरी जानकारी संघ ने एकत्रित की है. प्रवासी श्रमिकों की वास्तविक समस्याओं के निराकरण के लिए संघ ने अनेक कार्य शुरू किए हैं, इनके लिए सरकार के द्वारा किये जा रहे कार्य और उनको दी जा रही सहायता से श्रमिकों को अवगत कराने का कार्य भी संघ कर रहा है.

प्रान्त प्रचार प्रमुख ने बताया कि स्वावलंबी भारत की दिशा में हो रहे प्रयत्नों के द्वारा श्रमिकों के स्वरोजगार स्थापित करने में परस्पर सबकी सहभागिता के लिए जो आवश्यक कार्य है, वह संघ कर रहा है. इस अवसर पर सरसंघचालक उपस्थित अधिकारियों का मार्गदर्शन करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बैठक में विविध क्षेत्र सहित कोई भी राजनीतिक पदाधिकारी अपेक्षित नहीं है.