अमृतसर. शिरोमणि अकाली दल बादल के अध्यक्ष, सुखबीर सिंह बादल ने घोषणा की कि वे खालसा पंथ के सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करेंगे और पंजाब के विकास के लिए सतत प्रयास करते रहेंगे. रक्खड़ पुन्या मेले में पार्टी द्वारा आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए, सुखबीर ने पंथ के सदस्यों से अपील की कि वे अपने बीच के विश्वासघातियों को पहचानें.

उन्होंने कहा कि ये विश्वासघाती ताकतें और एजेंसियां, जो अकाली दल और सिख संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं, उनके साथ मिली हुई हैं. सिख समुदाय को भीतर और बाहर से आ रहे खतरों को पहचानने की जरूरत है. सुखबीर ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को तोड़ा जा चुका है, और हरियाणा के लिए एक अलग गुरुद्वारा कमेटी बनाने का फैसला भी एक योजनाबद्ध साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा ने हजूर साहिब कमेटी और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया है. अगर हम इस हमले को नहीं रोकते हैं, तो इसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार होंगे.

सुखबीर ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के कार्यकाल के दौरान बेअदबी की 17 घटनाएं हुई हैं, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. सरकार भी इन गंभीर घटनाओं के दोषियों को पकड़ने में नाकाम रही है. इसके अलावा, उन्होंने सुल्तानपुर लोधी में एक धर्मस्थल को सरकारी नियंत्रण में लेने के मुख्यमंत्री के आदेश की निंदा की. सुखबीर का कहना है कि कांग्रेस और आप के शासन के पिछले साढ़े सात सालों में पंजाब सभी क्षेत्रों में पिछड़ गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आप दोनों ने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन वे किसानों के कर्ज माफ करने और राज्य को नशामुक्त बनाने में असफल रहे हैं. अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि बंदी सिंहों के साथ अन्याय हो रहा है और उन्हें जेलों में बंद रखकर उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है.