रायपुर. नाजायज नवजात औलादों के खरीद-फ़रोख्त मामले में आरएसएस नेता डॉ पूर्णेंदु सक्सेना का नाम सामने आने पर वे खूब भड़के. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि इस मामले में उनका कोई लेना-देना नहीं है.

 

उन्होंने आगे कहा कि ये मुझे बदनाम करने की साजिश है. मेरे क्लिनिक के रजिस्ट्रेशन नंबर का गलत इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा  है कि उनके क्लिनिक के रजिस्ट्रेशन नंबर को MCI रजिस्ट्रेशन नंबर बताकर उनके नाम को घसीटने का दुष्प्रयास किया गया है. वे आरोपियों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत करेंगे.

बता दें कि डॉ. पूर्णेंदु सक्सेना आरएसएस में सह संघ चालक के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं. वे बचपन से संघ के सक्रिय कार्यकर्ता हैं. मोतीबाग के पास उनका विशारद हॉस्पिटल है. सक्सेना एक जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं.

लल्लूराम डॉट कॉम के पड़ताल में ये तथ्य सामने आया था कि सक्सेना के रजिस्ट्रेशन नंबर और नाजायज नवजात शिशुओं के खरीद-फरोख्त के आरोपी डॉक्टर शानू मसीह के क्लिनिक का नंबर एक ही है. जैसे ही आरएसएस नेता सक्सेना को इस बात का पता चला, उन्होंने व्हाट्सएप पर तत्काल ये प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि वे अब आरोपियों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत करेंगे.