दिल्ली. अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पकौड़ा तलने को रोजगार बताने वाले बयान पर बवाल थमा भी नहीं था कि राष्ट्रीय स्वसंसेवक संघ के सीनियर लीडर ने एक शर्मानक बयान दिया है. इनके मुताबिक भीख मांगना भी देश के बीस करोड़ लोगों का रोजगार है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सीनियर लीडर इंद्रेश कुमार ने युवाओं के रोजगार से जुड़ा एक शर्मनाक बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा कि ‘‘भीख मांगना भी एक रोजगार है. देश के 20 करोड़ लोग भीख मांगकर रोजगार कर रहे हैं. जिस परिवार में पांच पैसे की कमाई नहीं होती उस परिवार का सदस्य भीख मांगकर परिवार का गुजारा कर सकता है. ये कोई छोटा काम नहीं है’’.

इंद्रेश ने प्रधानमंत्री मोदी के पकौड़ा बयान पर भी जमकर बयानबाजी की. उन्होंने उसे सही ठहराते हुए कहा कि देश के 15 करोड़ से ज्यादा लोगों का व्यवसाय पकौड़ा तलना है. इसे रोजगार कहा जाना ही चाहिए. जो लोग पकौड़ा तलने को रोजगार नहीं समझते उनकी सोच पर दुख होता है मुझे.

भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में रोजगार पैदा करने में असफल रहे हों लेकिन उनके पकौड़ा तलने वाले बयान पर जमकर किरकिरी हो रही है वहीं भाजपा औऱ उसके समर्थक संगठन उस बयान का समर्थन करने के चक्कर में कुछ भी बयान देने से चूक नहीं रहे हैं. वैसे संघ के सीनियर लीडर का शर्मनाक बयान एक औऱ विवाद का सबब बनने जा रहा है. उम्मीद है कि विपक्ष इस पर भी बड़ा बखेड़ा खड़ा करेगा. वहीं इन बयानबाजियों के चलते देश का बेरोजगार युवा खुद को सबसे ज्यादा आहत महसूस करता है.