RSS On caste: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने जाति व्यवस्था को भारत की एकता का कारक बताया और जाति व्यवस्था को उचित ठहराने की कोशिश की है। आरएसएस की पत्रिका पांचजन्य मैगजीन (Panchjanya) के संपादकीय में जाति व्यवस्था को भारतीय समाज (Indian society) को एक करने वाली वजह बताते हुए कहा गया है कि मुगल इसे समझ नहीं सके और अंग्रेज इसे देश पर अपने आक्रमण के लिए एक बाधा के रूप में देखते थे। जाति पर यूटर्न लेते हुए आरएसएस ने कांग्रेस (Congress) से भी उसकी जाति पूछ ली।

किसानों को PM मोदी देने जा रहे बड़ा गिफ्टः शिवराज सिंह ने तैयार किया रोडमैप, कृषि मंत्री ने खुद बताया- कब, कैसे और किन्हें मिलेगा लाभ- Shivraj Singh Chouhan

बता दें कि हाल ही में संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जाति पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने टिपण्णी की थी। जहां एक तरफ आरएसएस से जुड़ी पत्रिका में जाति व्यवस्था के पक्ष में तर्क दिया गया है। वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बार-बार कहते रहे हैं कि जातिगत भेदभाव भारतीय समाज के लिए अभिशाप है और इसे खत्म किया जाना चाहिए।

Hindenburg: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भारत में फिर मचाया तहलका, SEBI चेयरमैनऔर अडानी ग्रुप के बीच बताया कनेक्शन, माधबी पुरी का ये रहा रिएक्शन – Madhabi Puri Buch

मैगजीन के संपादक हितेश शंकर ने संपादकीय में लिखा है किमिशनरियों ने भारत के इस एकीकरण के समीकरण को मुगलों से बेहतर समझा कि यदि भारत और उसके स्वाभिमान को तोड़ना है तो सबसे पहले जाति व्यवस्था के रूप में या इस एकीकृत करने वाले कारक को एक बाधा या जंजीर कहकर तोड़ दें। जाति व्यवस्था की इस समझ को अंग्रेजों ने अपनी फूट डालो और राज करो की नीति के लिए अपनाया था।

Bangladesh: सरकार के बाद अब बांग्लादेश की न्यायपालिका में भी ‘तख्तापलट’, प्रदर्शनकारियों के अल्टीमेटम के बाद चीफ जस्टिस ने इस्तीफा दिया

हितेश शंकर ने लिखा है कि जाति व्यवस्था एक कड़ी थी जो भारत के अलग-अलग वर्गों को उनके पेशे और परंपरा के मुताबिक एक साथ रखती थी। औद्योगिक क्रांति के बाद, पूंजीपतियों ने जाति व्यवस्था को भारत के पहरेदार के रूप में देखा था।

SC-ST वर्ग में नहीं लागू होगा क्रीमी लेयरः PM मोदी बोले- कुछ भी हो जाए, ये मैं नहीं होने दूंगा, फैसला बदलने के लिए अध्यादेश लाएगी सरकार

सेवा और सुधार की आड़ में बनाया निशाना

संपादकीय में दिए गए तर्क के मुताबिक जाति व्यवस्था हमेशा आक्रमणकारियों के निशाने पर थी। जहां मुगलों ने तलवार के बल पर तो वहीं मिशनरियों ने सेवा और सुधार की आड़ में इसे निशाना बनाया। जाति के रूप में भारत के समाज ने एक जो बात समझी थी वो ये कि अपनी जाति से दगा करना राष्ट्र से दगा करना है। मिशनरियों ने भारत के इस एकीकरण के समीकरण को मुगलों से बेहतर समझा कि यदि भारत और उसके स्वाभिमान को तोड़ना है तो सबसे पहले जाति व्यवस्था के रूप में या इस एकीकृत करने वाले कारक को एक बाधा या जंजीर कहकर तोड़ दें।

जेलर साहब! का ‘तमंचे पर डिस्को’ VIDEO: जेलर दीपक शर्मा ने बर्थ-डे पार्टी में पिस्टल हवा में लहराते हुए लचकाई कमर, लग चुका कैदियों से वसूली का आरोप- Jailer Deepak Sharma

कांग्रेस की जाति- ईस्ट इंडिया कंपनी और ए ओ ह्यूम

राहुल गांधी पर लोकसभा में जाति के मुद्दे पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के तज पर संपादकीय में कहा गया है कि भारत की जाति क्या है? समाज और इतिहास का उत्तर है हिंदू। वहीं जब कांग्रेस पार्टी से उसकी जाति पूछी जाएगी तो जवाब होगा ईस्ट इंडिया कंपनी और ए ओ ह्यूम।
मां दुर्गा के साथ Porn Star Mia Khalifa की फोटोः मंदिर के होर्डिंग में छाप दी मिया खलीफा की तस्वीर, लोगों ने जमकर काटा बवाल, पोस्ट वायरल

देश में बंटवारा बढ़ाना चाहती है कांग्रेस

मिशनरियों ने जाति को अपने धर्मांतरण के कार्यक्रम में एक बाधा के तौर पर देखा, तो वहीं कांग्रेस ने इसे हिंदू एकता में एक कांटे के रूप में देखा. कांग्रेस जाति जनगणना कराना चाहती है क्योकि वह अंग्रेजों की तर्ज पर लोकसभा सीटों को जाति के आधार पर बांटकर देश में बंटवारा बढ़ाना चाहती है।

दो पेग पीने में क्या बुराई… प्रशांत किशोर बोले- सरकार बनी तो एक घंटे के भीतर खत्म करूंगा शराबबंदी, महात्मा गांधी जी का जिक्र कर ठोक दिया ये दावा? – Prashant Kishor

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H