कपिल मिश्रा शिवपुरी। शहर में एक शादी समारोह में बाराती और घराती पक्ष में जमकर बवाल मच गया। दहेज की मांग और विवाद को देखते हुए बेटी को विदा करने से मना कर दिया। वहीं वर पक्ष ने बारात को बंधक बनाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार सिद्धेश्वर मेला ग्राउंड के पास स्थित परिणय वाटिका में शिवपुरी निवासी आरईएस विभाग के एसडीओ हरिओम श्रीवास्तव की बेटी आयुषी का विवाह शनिवार की रात श्योपुर निवासी उमेश सक्सेना के पुत्र गगनदीप के साथ हुआ। विवाह समारोह में वर-वधु पक्ष में दहेज की मांग सहित, बारातियों के स्वागत, बुजुर्गों के सम्मान, स्टेज पर फोटो खींचने जैसे तमाम मुद्दों पर विवाद हो गया। सुबह होते-होते मामला इतना बढ़ गया कि वधु पक्ष ने बेटी की विदा करने से मना कर दिया।

मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो कोतवाली थाना प्रभारी सुनील खेमरिया व देहात थाना प्रभारी विकास यादव मौके पर पहुंचे। सुबह से देर शाम तक पुलिस ने वर-वधु पक्ष में राजीनामा करवाने का काफी प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। वधु पक्ष बेटी को साथ लेकर अपने घर चला गया। वहीं दूसरी ओर वर पक्ष ने वधु पक्ष के खिलाफ बंधक बनाने सहित, चढ़ावे के जेबर आदि रखने की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि वधु पक्ष की तरफ से फिलहाल कोई शिकायत सामने नहीं आई है।

लगन के बाद से ही मांग बढऩे लगी
वर पक्ष से जुड़े लोगों की मानें तो लगन में वधु के परिजन तीन लाख रुपए नगद सहित अन्य सामान आदि लेकर पहुंचे थे। वहीं से वर पक्ष ने दहेज की मांग शुरू कर दी थी। इसके बाद कभी टीके के नाम पर तो कभी कपड़ों के नाम पर, कभी समान के नाम पर पैसों की मांग कर वधु पक्ष से की जा रही थी। वधु पक्ष का कहना है कि उन्हें डर है कि कहीं दहेज की भूख मिटाने के फेर में उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी घटना घटित न हो जाए। यही वजह है कि उनकी बेटी जाना नहीं चाह रही है।

नशे में धुत्त बारातियों ने भी किया हंगामा
वधु पक्ष का आरोप है कि बारात में लड़के तो लड़के, लड़कियां भी शराब के नशे में धुत्त थीं। उन्होंने स्टेज पर फोटो सेशन को लेकर हंगामा किया और कमरे आदि को लेकर भी झगड़ा किया। हंगामे को देखते हुए उन्हें रात में ही एक लॉज बुककर रिश्तेदार वहां शिफ्ट करने पड़े।