बालोद/जांजगीर-चाम्पा। छत्तीसगढ़ में प्रार्थना सभा के नाम पर धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र और जांजगीर-चाम्पा जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र में आज दो अलग-अलग घटनाओं में पुलिस को सक्रिय होकर कार्रवाई करनी पड़ी। दोनों मामलों में कुल 24 लोगों को हिरासत में लिया गया और धर्मांतरण से संबंधित कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।

बालोद: चैनगंज में अवैध प्रार्थना सभा पर पुलिस की कार्रवाई
लक्ष्मीकांत बंसोड़। बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र के चैनगंज में स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने अवैध धर्मांतरण प्रार्थना सभा की जांच की। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने 22 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें 8 पुरुष और 14 महिलाएं शामिल थीं।

पूछताछ में यह सामने आया कि प्रार्थना सभा वैध नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने सभी 22 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपियों को गुंडरदेही एसडीएम और न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने 8 पुरुषों को ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया।

बता दें कि न्यायालय ने जिन 8 पुरुषों को ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया है उनमें, हरख राम मेश्राम (पिता: ईतवारी राम, उम्र 50 साल, थाना गुण्डरदेही, सा. खर्रा), भागीरथी निषाद (पिता: परउ राम निषाद, उम्र 46 साल, थाना गुण्डरदेही, जनपद के पीछे), ओंकार सोनकर (पिता: वेदराम, उम्र 26 साल, थाना गुण्डरदेही, साहडा चौक), अगेश्वर निषाद (पिता: सौखलाल निषाद, उम्र 46 साल, थाना सनौद, कोसागौंदी), धनराज विश्वकर्मा (पिता: मान सिंह, उम्र 32 साल, थाना बागबाहरा, जिला महासमुंद, पडकीपानी), बिरेन्द्र निषाद (पिता: फग्गु राम निषाद, उम्र 32 साल, थाना गुण्डरदेही, जनपद के पीछे), पीयुष चन्द्राकर (पिता: रेमन चन्द्राकर, उम्र 23 साल, वार्ड नंबर 06, गुण्डरदेही) और टिकेश्वर मेश्राम (पिता: हरख राम, उम्र 23 साल, थाना गुण्डरदेही, सा. खर्रा) शामिल हैं।
जांजगीर-चाम्पा: गोधना गांव में प्रार्थना सभा के नाम पर विवाद
प्रशांत सिंह। जांजगीर-चाम्पा जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र के गोधना गांव में बालोद की तरह प्रार्थना सभा के माध्यम से धर्मांतरण का मामला एक बार फिर सामने आया है। स्थानीय लोगों और पुलिस सूत्रों के अनुसार, गांव में धर्मांतरण की सूचना मिलने के बाद बजरंग दल समेत कुछ हिंदू संगठन के सदस्य मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस गतिविधि के खिलाफ जमकर विरोध किया।
सूचना मिलने पर नवागढ़ पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। जांच के दौरान यह पता चला कि धर्मांतरण की गतिविधियाँ चल रही थीं। इसके बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया, जो कथित रूप से प्रार्थना सभा के माध्यम से धर्मांतरण कर रहे थे।

एडिशनल एसपी जांजगीर, उमेश कुमार कश्यप ने बताया कि हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ धर्मांतरण से संबंधित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस धर्मांतरण की किसी भी अवैध गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही है और किसी भी प्रकार की वैमनस्यता को रोकने के लिए सतर्क है।
स्थानीय लोग भी मानते हैं कि प्रार्थना सभा का असली उद्देश्य धर्मांतरण था, जिसके कारण गांव में तनाव पैदा हुआ। पुलिस ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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