प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक घर की छत पर नोट बरसने की बात सुनकर पिछले दो दिनों से लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई है. बेरवा गांव के किसान अरुण कुमार के घर की छत पर मिले सौ-सौ रुपए के दो नोट और पचास रुपए का एक नोट, साथ ही लाल रंग से लिखा संदेश और खून की आकृति ने इलाके में खलबली मचा दी है.
बताया जा रहा है कि जब अरुण कुमार के परिवार के लोग दो दिन पहले छत पर गए और वहां नोटों के साथ एक संदेश पाया. संदेश में लिखा था, “मोती मरेगा और अरुण भी मरेगा.” मोती अरुण का बेटा है. इसके अलावा नोटों के साथ एक टूटे पत्थर पर खून की अजीब आकृति भी बनी हुई थी. यह पत्थर अलग शेप का था और इस पर खून की आकृति ने परिवार के सदस्यों को चिंतित कर दिया.
अफवाह इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही घंटों में घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. लोग नोट पाने की लालच में झोले लेकर आ रहे थे, जबकि वास्तविकता कुछ और ही थी. पहले तो परिवार ने लोगों को छत पर ले जाकर हकीकत से अवगत कराया, लेकिन भीड़ इतनी बढ़ गई कि उन्हें दरवाजा अंदर से बंद करके खुद को कैद करना पड़ा.
लालच में 50 किमी से लोग आ रहे
अरुण के परिवार ने नोट बरसने की अफवाह और मौत की धमकी के चलते दहशत में आकर खुद को घर के अंदर सीमित कर लिया है. आसमान से नोट बरसने की कथित अफवाह ने 40 से 50 किलोमीटर दूर से भी लोगों को बेरवा गांव की ओर खींच लिया.
परिवार के लोग मान रहे तंत्र-मंत्र या जादू-टोने का हिस्सा
प्रयागराज पुलिस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर जंग बहादुर यादव ने नोट बरसने की बात को पूरी तरह से अफवाह बताया और लोगों से अपील की कि वे इस पर विश्वास न करें. पुलिस इस मामले को इलाके के किसी शरारती व्यक्ति की करतूत मान रही है, जबकि पीड़ित परिवार इसे तंत्र-मंत्र या जादू-टोने का हिस्सा मान रहा है.
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