मुंबई. लग रहा है सरकार के पास गिरते हुए रुपये को थामने के लिए कोई प्लान नहीं है. जिसकी वजह से भारतीय मुद्रा की इंटरनेशनल मार्केट में वैल्यू कम होती जा रही है. आज रुपये ने गिरावट का एक औऱ रिकार्ड तोड़ दिया.
विदेशी निवेशकों के लगातार डालर को भारतीय मार्केट से निकालने के चलते रुपया अब तक के रिकार्ड निचले स्तर पर पहुंच गया. आज रुपया एक डालर के मुकाबले 74.06 रुपये के स्तर पर बंद हुआ. आज करेंसी मार्केट में रुपया 73.90 रुपये प्रति डालर के स्तर पर खुला औऱ बाजार बंद होते-होते ये 74.06 के स्तर तक पहुंच गया.
बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी इकानमी को मजबूत करने के मकसद से चीन की केंद्रीय बैंक ने डालर की आवाजाही के लिए अपने देश में नियमों में छोड़ा ढील दी है. जिससे डालर की हालत इंटरनेशनल मार्केट में मजबूत हुई है. डालर के मजबूत होने से रुपये पर भी असर पड़ा है.
दरअसल, देश की मौजूदा फाइनेंशियल हालत बुरी तो नहीं है लेकिन उसे स्थिर भी नहीं कहा जा सकता. चुनावी साल होने के कारण शेयर मार्केट में भी हलचल दिख रही है. रोजाना शेयर मार्केट में गिरावट का दौर जारी है. आज भी सेंसेक्स 300 अंक गिरकर औऱ निफ्टी 105 अंक गिरकर बंद हुआ. जिसका सीधा असर रुपये की कमजोरी के रुप में सामने आ रहा है. निवेशकों को आकर्षित करने के लिए फिलहाल सरकार किसी ठोस योजना के साथ सामने नहीं आई है. जिससे रुपये की हालत लगातार पतली होती जा रही है.
चीन ने अगले सप्ताह से अपने आरक्षित फंड में एक फीसदी की कमी लाने का फैसला किया है. जिससे कि चीन के बैंकिंग सिस्टम में करीब 110 अरब डालर की अतिरिक्त रकम आएगी. यानि कि निवेशक इस मौके का फायदा उठाने के लिए चीन के बैंकिंग सिस्टम में इनवेस्ट करेंगे. जिससे डालर को मजबूती मिलेगी औऱ उसका सीधा असर होगा कि रुपये के मुकाबले डालर मजबूत होता जाएगा. यानि कि हाल फिलहाल रुपये की मजबूती के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. बहुत मुमकिन है कि रुपया 80 के स्तर को पार कर जाए.