Rupee Vs Dollar Details: रुपया अपने रिकॉर्ड सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह 17 पैसे गिरकर 83.62 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले 16 अप्रैल 2024 को रुपया डॉलर के मुकाबले 83.61 के अपने सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ था।
एक्सचेंज मार्केट में रुपया 83.43 पर खुला और 83.42 के इंट्राडे हाई को छुआ। इसके बाद सत्र के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 83.68 के रिकॉर्ड सर्वकालिक निचले स्तर पर भी आ गया और अंत में अपने पिछले बंद से 17 पैसे की गिरावट के साथ 83.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 83.44 पर बंद हुआ था।
डॉलर की बढ़ती मांग के कारण रुपए पर बढ़ रहा दबाव
रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी के मुताबिक अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण रुपये में गिरावट आई है। शाम 5.30 बजे डॉलर इंडेक्स 105 से ऊपर कारोबार कर रहा था। जानकारों के मुताबिक डॉलर के आउटफ्लो की वजह से रुपया दबाव में आया है। स्थानीय आयातकों की ओर से डॉलर की मांग भी मजबूत हुई है। इसके अलावा भू-राजनीतिक संकट के बीच कच्चे तेल की कीमत में फिर से उछाल आने लगा है। इससे भारतीय रुपये पर दबाव बढ़ रहा है।
वहीं, केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 14 खरीफ फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाने, डॉलर की बढ़ती मांग, कच्चे तेल में तेजी जैसे कारक डॉलर को मजबूत कर रहे हैं और रुपये को कमजोर कर रहे हैं।
आयात हो जाएगा महंगा
रुपये में गिरावट का मतलब है कि भारत के लिए चीजों का आयात महंगा हो जाएगा। इसके अलावा विदेश यात्रा और पढ़ाई भी महंगी हो गई है। मान लीजिए जब डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 50 थी, तब अमेरिका में भारतीय छात्रों को 50 रुपये में 1 डॉलर मिलता था। अब छात्रों को 1 डॉलर के लिए 83.40 रुपये खर्च करने होंगे। इससे फीस से लेकर रहना-खाना और दूसरी चीजें महंगी हो जाएंगी।
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