नगरी, धमतरी। एक तरफ तो रमन सरकार पूरे प्रदेश में जीरो पॉवर कट का दावा करती है. दूसरी तरफ अगर आप धमतरी के नगरी ब्लॉक में आएंगे, तो नजारा कुछ और ही है. नगरी के सिहावा इलाके में चौबीसों घंटे बिजली के सरकारी दावे पूरी तरह से खोखले नजर आते हैं.

दरअसल आज 21वीं सदी में भी यहां के लोग बिजली नहीं होने से परेशान हैं. गांववाले अंधेरे में अपना जीवन गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. वहीं सिहावा डीसी के 20 गांव लगातार विद्युत कटौती और लो वोल्टेज की समस्या से परेशान हैं.

नल जल योजना हुई फ्लॉप

वहीं बिजली के अभाव में यहां नल जल योजना भी फ्लॉप साबित हो रही है. इसके कारण लोगों को हैंडपंप से पानी लेना पड़ता है. ऊपर से हैंडपंप की संख्या इलाके में बहुत कम है. इसके कारण लोगों को लंबी-लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है. पहले पानी लेने के लिए यहां लोग आपस में लड़ते-झगड़ते रहते हैं.

कई योजनाओं पर पड़ रहा बुरा असर

वहीं लगातार बिजली गुल रहने से कई सरकारी योजनाओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है. डिजिटल इंडिया, लोकसेवा, सीएससी सेंटर, कियोस्क बैंक पूरी तरह से ठप पड़े हैं. वहीं गांववालों को अपना काम कराने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. फोटो कॉपी तक कराने के लिए लोग एक गांव से दूसरे गांव भटक रहे हैं. व्यापारियों का कारोबार भी बिजली नहीं रहने से चौपट हो रहा है.

किसानों की बढ़ी परेशानी

लगातार विद्युत कटौती और लो वोल्टेज के कारण किसान भी परेशान हैं. बिजली नहीं होने से मोटर पंप नहीं चल पाते, इससे सिंचाई ठीक से नहीं होने के कारण फसलें भी सूख रही हैं. ऊपर से इस साल अच्छी बारिश भी नहीं हुई है.

ग्रामीणों का कहना है कि सिहावा, सेमरा, बिरगुडी, भितररास, छिपलीपारा, गढ़ियापारा, पंडरीपानी, सहानीखार, लटियारा, खडपथरा, सातबहाना, टांगापानी, भडसिवना, कोंगेरा, जुनवानी, गोरसानाला, बांसपानी जैसे गांवों के लोग लो वोल्टेज और बिजली कटौती से परेशान हैं. लोगों का कहना है कि उन्होंने सिहावा विद्युत विभाग को भी शिकायत की है, लेकिन उन्हें समस्याओं से निजात नहीं मिल सकी है.