छत्तीसगढ़ शासन के महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को रोजगार के नये अवसर मिल रहे हैं. रीपा से प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को अपने घर के पास ही रोजगार मिल रहा है. रोजगार और निश्चित आय से उनके जीवन में खुशहाली आई है. राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड अंतर्गत रूरल इंडस्ट्रियल पार्क कल्लूबंजारी में फ्लाईऐश ब्रिक्स निर्माण से युवाओं को काम मिला है.

छत्तीसगढ़ सरकार की जनहितैशी योजनाओं ने लोगों की जेब में पैसे डालने का काम किया है. रीपा में आजीविका के साथ-साथ परंपरा और संस्कृति को सहेजने का काम भी सरकार लगातार कर रही है. शासन की ओर से ग्रामीणों और युवाओं को नये उद्यमों की स्थापना और रोजगार सृजन के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क रीपा की स्थापना की गई है. इन केंद्रों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार मिला है.

फ्लाईऐश ब्रिक्स निर्माण में लगे युवा

छुरिया विकासखंड में रीपा से जुड़े युवा व्यापक पैमाने पर युवा फ्लाईऐश ब्रिक्स का निर्माण कर बेच रहे हैं. फ्लाईऐश ब्रिक्स की मांंग ग्रामीण क्षेत्रों में बहुतायत में है. इससे युवाओं को नियमित रूप से रोजगार मिलने के साथ-साथ वे आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं.

निश्चित आय का जरिया

रीपा के इन युवाओं द्वारा अब तक 69 हजार फ्लाईऐस ईटों की बिक्री की जा चुकी है. वहीं रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में 4 लाख 55 हजार ईटों के 20 लाख 7 हजार रुपये का आर्डर मिल चुका है. जिले के 4 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में 71 हजार ईटें बनाए गए हैं. जिनमें से 69 हजार ईटों का विक्रय किया जा चुका है. इन ईटों के विक्रय से 2 लाख 7 हजार रुपये प्राप्त हुए हैं. रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में फ्लाईऐस ब्रिक्स निर्माण के लिए मजबूत अधोसंरचना तैयार की गई है.