इस्‍लामाबाद। भारत को रूस से सस्ता तेल हासिल करते देख पाकिस्तान के नेताओं के भी मुंह में पानी भर आया था. बड़ी मशक्कत के बाद रूस से सस्ते तेल का सौदा भी कर डाला. आखिरकार लंबे जद्दोजहद के बाद रूसी तेल पाकिस्तान पहुंच भी गया. सारी कवायद होने के बाद अब खेल का खुलासा हो रहा है. पता चल रहा है कि रूस ने पाकिस्तान को भारत में रिफाइन तेल बेचा है, जिसमें भारत एक बैरल 17 डॉलर की कमाई कर रहा है.

दुनियाभर में आने-जाने वाले कार्गो जहाजों पर नजर रखने विशेषज्ञ फिनले रिचर्डसन के ट्वीट के अनुसार, पाकिस्तान को रूसी कच्चा तेल बेचने का यह पहला अनुबंध 100,000 टन तेल के लिए है. उत्पाद टैंकर प्योर पॉइंट (IMO नंबर 9259886) के माध्यम से 11 जून को 45,000 टन कराची बंदरगाह पर पहुंचा. यह संयुक्त अरब अमीरात में पंजीकृत एक कंपनी से संबंधित है.

प्योर पॉइंट को 6-8 जून 2023 को ओमानी बंदरगाह सोहर में लोड किया गया था. कार्गो को टैंकर कैरोलीन बेजेंगी (IMO संख्या 9224439, 2001 में निर्मित, 159,168 dwt क्षमता) से स्थानांतरित किया गया था. कार्गो मूल रूप से प्रिमोर्स्क, रूस (बाल्टिक सागर) में 8-9 मई 2023 को लोड किया गया था.

अनुबंध के हिस्से के रूप में शेष 55,000 टन तेल ले जाने वाला एक दूसरा कार्गो प्रिमोर्स्क में टैंकर इओनिया (आईएमओ संख्या 9310525) पर लोड किया गया था, जो अब वाडीनार (भारत) जा रहा है. जहाज संकेत दे रहा है कि इसका प्रस्थान ग्रीस में लैकोनिकोस गल्फ से था, न कि रूस से, जो अजीब है और ग्रीस के दक्षिणी सिरे के पास (संयोग से स्वेज नहर से बहुत दूर नहीं है) एक जहाज से दूसरे जहाज में हस्तांतरण के लिए हो सकता है.

भारत कर रहा कमाई

फिनले रिचर्डसन के साथ पाकिस्‍तान पत्रकार वकास ने दावा किया है कि भारत रूस और पाकिस्तान के बीच इस तेल डील से 17 डॉलर प्रति बैरल की कमाई कर रहा है. उन्‍होंने बताया कि रूस ने यह तेल पहले भारत को 52 डॉलर प्रति बैरल में बेचा था. इसके बाद जब यह यूएई के रास्‍ते पाकिस्‍तान पहुंचा तो उसकी कीमत 69 डॉलर प्रति बैरल हो गई. उन्‍होंने दावा किया कि भारत और यूएई के बिचौलिए इस तरह से पाकिस्‍तान के खरीदे रूसी तेल से कई डॉलर प्रति बैरल की कमाई कर रहे हैं.