Vladimir Putin Warning To USA: यूक्रेन युद्ध रूस और अमेरिका के बीच तनाव की बड़ी वजह बन गया है। राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप (Donald Trump) ने अब सीधे तौर पर रूस को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी विदेश नीति में बड़ा बदलाव करते हुए रूस के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रंप ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियां लुकोइल (Lukoil) और रोज़नेफ्ट (Rosneft) पर प्रतिबंध लगाया है। रूसी तेल कंपनियों (Russian oil companies) पर अमेरिका के बैन को रूस ने ‘एक्ट ऑफ वॉर’ (Act of war) माना है। इसके अलावा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा है कि अगर रूस की जमीन पर अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइल आया तो जवाब विध्वंसकारी होगा।

दरअसल ट्रंप-पुतिन के बीच बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन रद्द होने और अमेरिका ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियां लुकोइल (Lukoil) और रोज़नेफ्ट (Rosneft) पर प्रतिबंध लगाया है। ये दोनों कंपनियां रूस का 50 फीसदी तेल निकालती हैं।

अमेरिका के नये प्रतिबंध से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नाराज हो गए हैं। उन्होंने इसे एक्ट ऑफ वॉर (Act of war) माना है। पुतिन ने दो टूक कहा है कि यदि यूक्रेन को रूस के भीतर तक हमला करने के लिए टॉमहॉक क्रूज मिसाइल जैसे लंबी दूरी के हथियार दिए गए तो मास्को की प्रतिक्रिया “कुचल डालने वाली और चौंकाने वाली” (Overwhelming and stunning) होगी। पुतिन जेलेंस्की द्वारा रूसी क्षेत्र में अंदर तक हमला कर सकने में सक्षम लंबी दूरी के हथियार हासिल करने की संभावना पर पत्रकारों को जवाब दे रहे थे।

कोई भी स्वाभिमानी देश…

राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि, “कोई भी स्वाभिमानी देश बाहरी दबाव के आगे नहीं झुक सकता। खासकर रूस जैसा देश। उन्होंने याद दिलाया कि रूस पर ज़्यादातर अमेरिकी प्रतिबंध ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही लगाए गए थे। पुतिन ने कहा कि 16 अक्टूबर को बुडापेस्ट में उनकी फोन पर हुई बातचीत में ट्रंप ने ही बैठक का प्रस्ताव रखा था। हमारा मानना ​​है कि यह बैठक रद्द नहीं की गई है बल्कि स्थगित है। पुतिन ने कहा, “हमारा मानना ​​है कि बातचीत किसी विवाद या युद्ध से बेहतर है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि दोनों पक्ष पर्दे के पीछे संपर्क बनाए हुए हैं। पुतिन ने चेतावनी दी कि रूसी कच्चे तेल पर अमेरिकी प्रतिबंधों का अमेरिकी उपभोक्ताओं पर बुरा असर पड़ेगा।

अमेरिका हमारा दुश्मन हैः रूस

पुतिन ने नए प्रतिबंधों को रूस पर दबाव बनाने का एक और प्रयास बताया। वहीं रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने नए अमेरिकी प्रतिबंधों को “रूस के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई- Act of war” कहा है। मेदवेदेव जो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि अगर कई टिप्पणीकारों में से किसी को भी अभी भी कोई भ्रम है, तो आप समझ लीजिए। अमेरिका हमारा दुश्मन है और उनका बातूनी ‘शांति रक्षक’ अब पूरी तरह से रूस के खिलाफ युद्ध की राह पर है।

बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन रद्द , नए प्रतिबंध, टेंशन का नया दौर

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच मुलाकात के लिए प्रस्तावित बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन रद्द हो चुका है। बुधवार को ट्रंप ने इसकी घोषणा की थी। इसके बाद अमेरिका ने रूस की दो तेल कंपनियों रुक ऑयल और रोजनेफ्ट पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। ये दोनों कंपनियां रूस का 50 प्रतिशत तेल निकालती है। यूक्रेन लंबे समय से लंबी दूरी की टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की मांग अमेरिका से कर रहा है। टॉमहॉक मिसाइलें लगभग 1,600 किलोमीटर तक की रेंज वाली हैं और अमेरिकी नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाती हैं। जेलेंस्की ने कहा है कि ये मिसाइलें केवल रूसी सैन्य टारगेट पर इस्तेमाल की जाएंगी।

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