वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. ऑपरेशन सिंदूर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका की ओर से युद्धविराम की घोषणा पहली बार हुआ है. दो पक्षीय मामले में पंचायती क्यों? सिर्फ आश्वासन के भरोसे निर्णय सही नहीं है, इससे क्या देश का व्यापार बढ़ेगा?

पायलट ने कहा, भारत 140 करोड़ की आबादी वाला देश है. डॉलर या दबाव के लिए राष्ट्रीय हित से समझौता स्वीकार नहीं होनी चाहिए. सर्वोच्च पद से कश्मीर पर स्पष्ट संदेश जरूरी है. कश्मीर मुद्दा नहीं, राष्ट्रीय सम्मान का विषय है. दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संसद को एक सुर में बोलना चाहिए. आतंकवाद ने कांग्रेस से इंदिरा और राजीव गांधी को छीना, कांग्रेस पार्टी लगातार आतंकवादी से संघर्ष करती आई है. आतंकवाद को जड़ से खत्म करना जरूरी है, लेकिन कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनने देंगे.

जांजगीर में संविधान बचाओ रैली से पहले सचिन पायलट ने कहा, केंद्र सरकार अब दो बैसाखियों के सहारे है. 2024 में 400 पार का सपना 240 पर आकर अटक गए. न जनादेश स्पष्ट, न सरकार स्थिर, केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक उपयोग हो रहा है. संवैधानिक संस्थाएं दबाव में है, इसके चलते लोकतंत्र खतरे में है. कांग्रेस पूरे देश में संविधान बचाओ रैली चला रही है. केंद्र सरकार ने जो माहौल देश में बनाया है उसके विरोध में हमारी पार्टी अपने विचार को लेकर लोगों के बीच जाएगी. पायलट ने कहा, जनता को जगाना अब जरूरी है. कांग्रेस को मजबूत कर विपक्ष को एकजुट करेंगे.