पुरूषोत्तम पात्र. गरियाबंद. पुलिस की नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार को ठगने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने युवक से 5 लाख की ठगी की थी. आरोपी प्रधान आरक्षक था. उसने माल थाने से 8 लाख रुपए गबन किया था. इस कारण बर्खास्त हो चुका है. ठगी का मामला दर्ज होने के बाद तीन माह से फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने दबोच लिया. मामला सिटी कोतवाली गरियबांद क्षेत्र का है.
पुलिस ने बताया कि भुनेवर प्रसाद लहरे ने सिटी कोतवाली गरियबांद में लिखित शिकायत देकर बताया था कि 2018-19 में पुलिस विभाग में आरक्षक भर्ती के दौरान कमल ने अपने आप को पुलिस का बड़ा अधिकारी बता कर नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख की ठगी कर लिया. भुनेश्वर दौड़ में फेल होने के बाद कमल से सेटल कराने सम्पर्क किया था. इस समय कमल पीपरछेड़ी थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ था.
एडिशनल एसपी सूखननंदन राठौर ने बताया कि आरोपी कमल मरकाम को नगद 2 लाख 90 हजार रुपए तथा शेष रकम खाता के माध्यम से दिया गया था. मामले की शिकायत सिटी कोतवाली गरियबन्द में प्रार्थी ने किया. जांच के लिए थाना प्रभारी गरियाबंद निरीक्षक राजेश जगत को निर्देशित किया गया. शिकायत जांच में संज्ञेय अपराध घटित होना पाये जाने से आरोपी कमल मरकाम के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया. जिसके बाद से लगातार फरार आरोपी कमल मरकाम के तलाश में पुलिस जुट गई थी. आरोपी के पता तलाश एवं गिरफ्तारी के लिए दबिश दी. आरोपी कमल मरकाम को महासमुंद से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया.
माल थाने से 8 लाख से ज्यादा उड़ाया
पीपरछेड़ी थाने में प्रधान आरक्षक रहते हुए कमल ने माल थाने के कोष में रखे 8 लाख से ज्यादा रकम पर हाथ साफ कर लिया था. नोटबन्दी के दौरान नोटो को सरेंडर कर बदलने की बारी आई तो इस मामले का खुलासा हुआ. 5 माह पहले पुलिस ने इस प्रकरण में कमल को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया था, हालांकि मामले में कमल सबूत के अभाव में बरी कर दिया गया था. हालांकि पुलिस ने कमल को सेवा से बर्खास्त कर दिया था.