रायपुर. नक्सल क्षेत्रों के पूर्व विधायकों की सुरक्षा हटाने पर पूर्व सीएम व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि ये चिंता का विषय है बस्तर से मुझे फोन आया था बहुत सारे कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों का सुरक्षा हटाई गई है. कैसे मुश्किल से वो काम करते है चाहे वह किसी भी पार्टी का हो कई बार हमला भी हुआ है. मुझे लगता है सुरक्षा में कोई प्रकार की कोताही करना बहुत बड़ा नुकसानदायक होगा. सुरक्षा हटाई गई है अगर आक्रमण होता है तो उसकी जवाबदारी कौन लेगा. जो इन क्षेत्रों में काम करते है उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है. बस्तर के दूरस्थ अंचल के सुरक्षा बहुत आवश्यक है. बिना किसी परीक्षण और जानकारी के अचानक सुरक्षा हटा देना कल बड़ी घटना होगी तो सरकार पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होगा.

रमन सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि बुधवार को कार्यकारी बैठक है. जिसमें प्रमुख लोगों को बुलाया गया है. इस बैठक में आने वाले लोकसभा चुनाव की दृष्टि से जो रणनीति है उस पर कार्ययोजना बनाई जाएगी. राष्ट्रीय परिषद के जो निर्णय लिए गए थे उन निर्णय के संबंध में आने वाले समय के 11 लोकसभा के क्रियान्वयन के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी के लिए चर्चा होगी. लोकसभा की दृष्टि से कार्ययोजना पर काम करने केंद्र ने निर्देश दिया है. संगठन उसका क्रियान्वन करेगी.

नक्सल मामलों में जो आदिवासी बैंड है उन्होंने जमानत दिलाने के लिए बनी कमेटी पर कहा कि अच्छा है कमेटी बनी है लेकिन यह किस प्रकार काम करेगी देखना होगा.