नई दिल्ली। मालद्वीप के राजधानी माले में खेले जा रहे सैफ फुटबॉल चैंपियनशिप में शनिवार को सात बार की चैंपियन भारतीय टीम का मुकाबला पहली बार फाइनल में पहुंची नेपाल के साथ होगा. प्रतियोगिता में ब्लू टाइगर्स के नाम से मशहूर भारतीय टीम का सैफ फुटबॉल के 13 संस्करणों में 12वां फाइनल है.

प्रतियोगिता में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी. टीम ने पहले दो मैचों में बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ ड्रॉ खेला था. ऐसे में फाइनल से बाहर रहने की भी नौबत आ गई थी, लेकिन नेपाल के खिलाफ मुकाबले में जीत के बाद भारतीय टीम ने वापसी की. इसके बाद कप्तान सुनील छेत्री के दो गोलों की मदद से मालदीव के खिलाफ 3-1 की जीत से भारतीय टीम फाइनल में पहुंचने में सफल रही.

भारतीय टीम खिताब जीतने में कामयाब रही तो यह कोच इगोर स्टिमेक के कार्यकाल में पहली ट्रॉफी होगी, जिन्होंने 2019 में भारतीय टीम का दायित्व संभाला था. हालांकि, स्टिमक भारतीय डगआउट में नहीं होंगे, क्योंकि मालदीव के खिलाफ मैच में रेफरी के निर्णय का विरोध करने पर उन्हें रेडकार्ड (दूसरा पीला कार्ड) दिखाया गया था. उनकी जगह सहायक शणमुगम वेंकटेश टीम का मार्गदर्शन करेंगे.

खिताबी मैच से पहले भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि नेपाल के पास मालदीव के अली अशफाक की तरह कोई असाधारण खिलाड़ी न हो, लेकिन आक्रमण हो या रक्षण उनके एक टीम के रूप में प्रयास अच्छे रहे हैं. हमारा काम अभी खत्म नहीं हुआ है.