सागर। Sagar Crime News: मध्य प्रदेश के सागर जिले में पांच दबंगों ने एक शख्स को मार-मारकर घायल कर दिया। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। चाचा का शव लेकर जा रही भतीजी पुलिस की मौजूदगी में बीच रास्ते में अचानक एंबुलेंस से गिर गई जिससे उसकी भी मौत हो गई। मृतिका दलित लड़की के भाई को बीते साल बदमाशों ने सरेआम मौत के घाट उतार दिया था। बीते साल युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। बीच बचाव करने गई मां के साथ भी बर्बरता की गई थी। अब इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।

ट्रेन में सेहत से खिलवाड़, Exclusive Video: यूज डिस्पोजल को पानी से धोते वीडियो वायरल, डस्टबिन से उठाकर Disposal का दोबारा इस्तेमाल

इस घटना को लेकर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी सरकार को निशाने पर लेते हुए एक पोस्ट किया है। एक्स पर पोस्ट कर पटवारी ने लिखा, सागर जिले की खुरई विधानसभा के बरोदिया नोनागिर गांव में राजेन्द्र अहिरवार नामक युवक पर राजीनामा करने के दबाव में पांच लोगों द्वारा हमला किया जाता है। गंभीर रूप से घायल राजेन्द्र का उपचार के लिए भोपाल ले जाते समय निधन हो जाता है। 26 मई को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाता है।

शव वाहन में ड्राइवर, मृतक की भतीजी अंजना अहिरवार और मृतक के माता-पिता बरोदिया नोनागिर के लिए निकलते हैं। खुरई बायपास पर अंजना शव वाहन से गिर जाती है और उसकी भी मौत हो जाती है।

यहां उल्लेखनीय यह भी है कि अंजना के भाई नितिन अहिरवार की अगस्त 2023 में बरोदिया नोनागिर में ही सरेआम हत्या कर दी थी। उसका परिवार आज भी इंसाफ के लिए भटक रहा है।

 मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी, रंजिश और जघन्य हत्या की यह कहानी सिर्फ इसलिए बताई गई, ताकि आपको एहसास हो सके कि प्रदेश की कानून व्यवस्था अराजकता के सारे पड़ाव पार कर चुकी है। क्या मध्यप्रदेश में अब दलित होना गुनाह हो गया है? आदिवासी अत्याचारों में अव्वल आ रहा प्रदेश, क्या दलित उत्पीड़न में भी मिसाल बनना चाहता है?

यह संकट अकेले सागर नहीं, प्रदेश के हर जिले का हो गया है। मजाक बन चुकी कानून व्यवस्था अपराधियों के हौसलों को बढ़ावा दे रही है। सरकार भी खामोश है। गृहमंत्री के रूप में सबसे कलंकित कार्यकाल के बावजूद, आप सबक लेने के लिए तैयार नहीं है। न ही मध्य प्रदेश बीजेपी सरकार के पास बेलगाम अपराधों को रोकने की कोई योजना है।

साल भर पुराना है पूरा मामला 

घटना बीते साल जुलाई माह की है जहां आरोपी पक्ष के एक युवक ने पीड़ित पक्ष की युवती के साथ छेड़छाड़ की थी। जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। इसी को लेकर आरोपी पक्ष गुस्सा था और पीड़ित पक्ष पर राजीनामा करने का दबाव बना रहा था। लेकिन जब पीड़ित पक्ष नहीं माना तो आरोपियों ने उसे पीटकर मार डाला। मामले में मुख्य आरोपी विक्रम सिंह ठाकुर है, इसके अलावा आजाद ठाकुर, इस्लाम खान, गोलू उर्फ फरीम खान, सुशील कुमार सोनी, अनीश खान, अरबाज खान, कोमल सिंह ठाकुर शामिल थे। मामले में 8 से 9 लोगों की गिरफ्तारी हो गई थी।

MP में दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या: बीच बचाव करने आई मां को भी पीटा, 9 लोगों पर केस दर्ज, कांग्रेस ने जांच के लिए बनाई टीम

सागर में दलित युवक की हत्या: भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन ने पीड़ित पक्ष की मांगे मानी

बहन से छेड़छाड़, भाई की हत्या: पुलिस ने 8 आरोपियों को किया गिरफ्तार, अन्य फरार की तलाश जारी

सागर में दलित युवक की हत्या मामले में सियासत: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने सरकार को घेरा, ट्विटर पर लिखा- अत्याचार का प्रयोगशाला बन गया एमपी

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H