दिनेश शर्मा, सागर। मध्य प्रदेश के सागर (Sagar) जिले में नगर के बस स्टैंड पर क्षेत्र क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टर (Quack Doctor) की लापरवाही से एक विकलांग व्यक्ति की मौत हो गई। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजनों ने पुराना बाईपास और एसडीओपी कार्यालय के सामने शव रखकर चक्का जाम किया। इस दौरान स्वास्थ मंत्री और पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
दरअसल, आज ग्राम सुना वीजा गौर निवासी 42 वर्षीय बलराम सेन अपनी पत्नी सरोज रानी के साथ सर्दी जुखाम, बुखार का इलाज कराने गए थे। जहां झोलाछाप डॉक्टर समीर विश्वास ने गलत इलाज कर दिया। जिससे तबीयत बिगड़ गई और डॉक्टर समीर अपने वाहन से सागर ले गए। जहां एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मौत की जानकारी मिलने के बाद डॉक्टर मृतक और उसकी पत्नी को छोड़कर भाग गया। इसकी जानकारी सेन समाज के लोगों को मिली। उन्होंने पुलिस थाना देवरी में आकर इसकी शिकायत की। पुलिस ने मर्ग कायम किया।
सेन समाज के लोगों ने अपनी अपनी दुकानें बंद करके एसडीओपी कार्यालय के सामने पुराना हाईवे पर चक्का जाम किया। सुबह करीब 12 बजे से लगातार धरना प्रदर्शन जारी है। लोगों की मांग है कि झोलाछाप डॉक्टर पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और उसे गिरफ्तार किया जाए।
सूचना मिलने पर क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव पहुंचे। उन्होंने मांग की है कि मृतक विकलांग है और उसे करीब 10 लाख की मुआवजा राशि दी जाए। साथ ही झोलाछाप डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज की जाए। ताकि भविष्य में किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य खिलवाड़ ना हो, इसलिए झोलाछाप डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। धरना प्रदर्शन की जानकारी एसडीओपी पूजा शर्मा मिलने पर मौके पर पहुंची और समझाइश देकर चक्का जाम हटवाया। साथ ही डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया।
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