विकास कुमार, सहरसा। आखिरकार 40 दिन बाद सहरसा पुलिस ने ब्लाइंड केस का सफल उद्भेदन कर लिया है। जिसमें सड़क किनारे फेंके गए शव के बरामद होने के दर्ज मामले में शामिल उनकी पुत्री, दामाद और नाती के साथ पुत्री के पुरुष मित्र को गिरफ्तार किया है। यानी घटना का सफल उद्भेदन किया था। घटना के सफल उद्भेदन और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान पतरघट थाना अध्यक्ष को भेष बदलकर आरोपी तक पहुंचना पड़ा था। फिर उनकी गिरफ्तारी संभव हो सकी थी। पूरी घटनाक्रम फिल्मी अंदाज में हुआ था। पुलिसिया कार्रवाई भी फिल्मी अंदाज में दिखी, जिससे अब इलाके के लोगों ने चैन की सांस ली है।
जानें क्या थी पूरी घटना?
बता दें कि बीते 14 मई को जिले के पतरघट थाना क्षेत्र के जम्हरा गांव स्थित काली स्थान मंदिर से महज 50 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। शव उक्त गांव के मदन सिंह की थी, जिनके सगे भाई अशोक सिंह की पुत्री की शादी की तैयारी उनके घर पर चल रही थी। महज दो-तीन दिन बाद ही शादी का रस्म होना तय था।
ऐसे में अचानक चाचा की मृत्यु से भतीजी की शादी का माहौल मातम में बदल गया था। सड़क किनारे मदन सिंह का शव इस तरह बरामद हुआ था। जैसे लग रहा था की उन्हें किसी वाहन ने ठोकर मार कर घायल कर दिया हो। जिससे उनकी मृत्यु हो गई हो। हत्या का और कोई कारण प्रथम दृश्य में नहीं दिख रहा था।
जिला पुलिस ने चैलेंज के रूप में लिया था मामला
घटना को लेकर लोगों ने काफी आक्रोश व्यक्त किया था। पुलिस पर हत्यारे को चिन्हित कर गिरफ्तारी का दबाव दिया गया था। जिला पुलिस टीम ने इसे चैलेंज के रूप में स्वीकार किया था। जिसके बाद उक्त ब्लाइंड केस की खोजबीन शुरू हुई। मृत के पोस्टमार्टम में उनकी हत्या कर शव को सड़क किनारे फेंक देने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद पुलिस घटना के उद्भेदन में शांत होकर लग गई थी। एक महीने बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। लोग उक्त हत्या को भूल भी गए थे। अचानक बुधवार की देर शाम पतरघट थाना अध्यक्ष द्वारा मुख्य हत्यारे की गिरफ्तारी की जानकारी मिली थी। फिर घटना के उद्भेदन कर दिया गया। सभी आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई थी।
एसडीपीओ ने किया घटना का खुलासा
गुरुवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी हिमांशु के निर्देश पर उनके नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की गई थी। उन्होंने बताया कि, गिरफ्तार सभी आरोपी ने बताया था कि पिता मदन सिंह ने अपने हिस्से की जमीन सहीत भाई अशोक सिंह की जमीन को बेच रहे थे। जिसकी सारी रकम अशोक सिंह की पुत्री की शादी में खर्च होता, जो उन्हें मंजूर नहीं था।
पिता का भाई प्रेम से दुखी बेटी ने रचा षडयंत्र
पिता के भाई प्रेम को देखकर उनकी पुत्री गुस्से में आ गई थी। ऐसे में पिता की हत्या कर उसकी पूरी संपत्ति हासिल करने के लिए पिछले 5 दिनों से षड्यंत्र रच रही थी, जिसमें उन्होंने अपने पुरुष मित्र अनतोष कुमार को पहले हत्या करने के लिए तैयार करने की कोशिश किया। लेकिन उन्होंने हत्या करने से मना कर दिया। ऐसे में मदन सिंह की पुत्री ने अपने पुत्र को भेज कर मदन सिंह को घर बुलवाया। फिर पति के साथ मिलकर घर में ही उनकी मारपीट कर हत्या कर दिया और पुरष मित्र के सहयोग से शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया। घटना का खुलासा करने वाले टीम में शामिल सभी पदाधिकारी को रिवॉर्ड दिया जाएगा। जिसकी अनुशंसा कर दी गई है।
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