नेहा केसरवानी, रायपुर। विष्णुदेव साय की कैबिनेट राजिम पुन्नी मेला का नाम बदलने की तैयारी में नजर आ रही है. कैबिनेट की बैठक में राजिम पुन्नी मेला के स्थान पर राजिम कुंभ के तौर पर नाम रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है. इस बात का खुलासा भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने किया है. इसे भी पढ़ें : झारखंड में ‘मैडम सीएम’ की चर्चा के बीच ईडी की छापेमारी, हेमंत सोरेन के करीबियों पर कसा जा रहा है शिकंजा…

साय कैबिनेट की बैठक को लेकर भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि सुरक्षित, शांत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए जो भी निर्णय लेने होंगे, वह सभी निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिए जाएंगे. राजिम पुन्नी मेला का नाम बदलने के लिए अध्यादेश लाने के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए केदार गुप्ता ने कहा कि पूरे देश में धार्मिक आयोजन के तौर पर राजिम कुंभ ने अपनी पहचान बनाई थी. कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने उसे मेले का रूप दे दिया था, जो निश्चित रूप से निंदनीय था.

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केदार गुप्ता ने कहा कि अब प्रदेशवासी एक बार फिर पूरे ऊर्जा और उत्साह के साथ राजिम कुंभ का आनंद लेंगे. देश के नागा साधु, अन्य साधु भी अब फिर से राजिम कुंभ का लाभ उठाएंगे. इसके साथ ही राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. छत्तीसगढ़ की जनता के साथ अन्याय हुआ, उन्हें रोजगार नहीं मिला. छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया था, ऐसे समय में वे यात्रा लेकर आ रहे हैं. उनकी यात्रा का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेगी.

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इसके साथ ही सत्ता जाने के बाद कांग्रेसियों के मनचाहे बंगले का सपना टूटने पर बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि कांग्रेसी अपनी सुख सुविधा के लिए राजनीति के क्षेत्र में आते हैं. विपक्ष में रहने के बाद भी ये सुख सुविधा तलाशते हैं. जनता की सेवा का भाव इनमें नहीं है. जनता की सेवा कैसे करते होंगे. बंगला ढूंढने में इन्हें आराम मिलेगा तो वे आराम करें, घर में रहे और पूरे सुख का उपयोग करें. अगर राजनीति में हैं, तो इन्हे बंगला नहीं ढूंढना चाहिए. विलासिता के कारण ही जनता ने इन्हे धक्का दिया.