सैफ अली खान(Saif Ali Khan) के घर में घुसकर उन पर चाकू से हमला करने वाले बांग्लादेशी घुसपैठिये के बारे में नई जानकारी सामने आई है. पूछताछ के दौरान हमलावर ने बताया कि वह बांग्लादेश(Bangladesh) से भारत में कैसे आया था. 4 दिनों की भारी मश्क्कत के बाद पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार किया, जिसका नाम मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद है. जब पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार किया तो उसके पास भारतीय होने के कोई सबूत नहीं मिले. उसके पास से जो मोबाइल मिला, उससे पता चला कि वह बांग्लादेशी है, क्योंकि वह बांग्लादेश में रह रहे अपने माता-पिता से लगातार बातचीत करता रहता था. जब पुलिस ने आगे पूछताछ की तो उसके बांग्लादेश से भारत में घुसने की पूरी कहानी सामने आई.
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नदी पार कर मेघालय में घुसा
अगस्त 2024 में, शहजाद बांग्लादेश और मेघालय बॉर्डर पर दाउकी नदी को पार कर भारत आया. इसके बाद वह कुछ महीनों तक पश्चिम बंगाल में था, जहां उसने एक अन्य व्यक्ति के आधार कार्ड पर सिम खरीदकर अपना नाम बदलकर विजय दास रख लिया.
बंगाल से सीधे मुंबई
वह पश्चिम बंगाल से सीधे मुंबई आया और नौकरी की तलाश की, लेकिन उसके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं थे, इसलिए वह साफ-सफाई और मजदूरी के छोटे-छोटे कामों में काम करने लगा. वर्ली और थाने के पबों में वह चोरी करते भी पकड़ाया गया. हाल ही में वापस बांग्लादेश जाने की भी योजना बनाई, लेकिन उसे 50 हजार रुपये की जरूरत थी, इसलिए यह बड़ा हाथ मारने की फिराक में था.
सैफ पर हुआ था जानलेवा हमला
16 जनवरी की सुबह सैफ अली खान के घर में एक चोर ने चाकू से हमला किया, जिसमें उसे छह जगह चाकू लगी और उनकी रीढ़ की हड्डी में ढाई इंच का चाकू का टुकड़ा लग गया. चार दिन बाद पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार कर लिया, जो फिलहाल 14 दिन की रिमांड पर है और लगातार पूछताछ कर रही है.
किसी भी राज्य की पुलिस को ऐसे अपराधी को पकड़ना बहुत मुश्किल होता है. सोचिए अगर शहजाद बांग्लादेश भाग गया होता, तो उसे पकड़ना लगभग असंभव होता. इसलिए सैफ अली खान पर हुआ हमला एक बड़ी घटना है. यदि एक घुसपैठिया सैफ के घर पर हमला कर सकता है, तो हमारे और आपके घरों पर भी हमला हो सकता है. अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ हमारे देश के लिए एक बड़ा खतरा है.
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यह अवैध घुसपैठिए आसानी से सीमा पार करके भारत आते हैं और फिर फर्जी पहचान पत्र बनाकर फर्जी नामों से रहने लगते हैं. वे कोई भी हो सकते हैं, चाहे वह आपकी मेड हो, आपका ड्राइवर हो या फिर आपका माली हो. सैफ के हमलावर ने भी हिंदू नामों से पहचान पत्र बनाए होंगे और दिल्ली और मुंबई जैसे शहर में बस गए होंगे.
अब सवाल ये है कि क्या भारत में घुसपैठ बहुत आसान है? हर विदेशी को भारत आने के लिए वीज़ा लेना होता है, साथ ही आप भी वीज़ा प्रक्रिया का पालन करना होता है. लेकिन कुछ बांग्लादेशी बिना वीज़ा के भारत आते हैं. हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान से बिना वीजा के घुसपैठ करने वालों को आतंकी घोषित किया जाता है. इसलिए, क्या बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करने वालों को रोकना पाकिस्तानी आतंकियों को रोकने से ज्यादा कठिन है? हमें इसे समझना होगा.
भारत और बांग्लादेश की सीमा करीब 4 हजार 97 किलोमीटर लंबी है, जिसमें हमारे देश के पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम शामिल हैं. हम पाकिस्तानी घुसपैठ पर गोली मारते हैं, लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठ पर नहीं, क्योंकि भारत-बांग्लादेश के व्यापार और संबंधों के कारण सीमा का बहुत सा भाग खुला है.
गृह मंत्रालय ने बताया कि बांग्लादेश से लगती 3 हजार 141 किलोमीटर सीमा पर 77 प्रतिशत सीमा पर कंटीले तार लगाए गए हैं. पश्चिम बंगाल भी इसमें शामिल है, जहां करीब 82 प्रतिशत सीमा पर फेंसिंग की गई है. भारत-बांग्लादेश की सीमा, जिसमें 900 किलोमीटर नदियों से जुड़ी है, अभी पूरी तरह से खुली है, इसलिए फेंसिंग बहुत मुश्किल है.
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