कोरिया. वेतन मांगने पर शिक्षक को निलंबित कर जेल भेजने के मामले में शालेय शिक्षाकर्मी संघ कलेक्टर के विरोध में उतर आया है. संघ ने कलेक्टर पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इस संबंध में मुख्यमंत्री और मुख्य चुनाव अधिकारी को जानकारी देने की बात कही है.

शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि कैसे कोई कलेक्टर किसी भी कर्मचारी को जायज मांग रखने पर जेल में भेज सकता है. वेतन नहीं मिलने की शिकायत पर उचित निर्णय लेने की जगह शिक्षक सुरेंद्र जायसवाल को ही निलंबित कर देना ठीक नहीं है. कलेक्टर का फर्ज था कि समय पर वेतन नहीं मिलने पर संबंधित अधिकारी को आदेश देते न कि शिक्षक को ही इसका दोषी बना कर उस पर कार्रवाई कर देते.

दुबे ने कहा कि वेतन नहीं मिलने की वजह से शिक्षक पहले से ही आर्थिक और सामाजिक कष्ट झेल रहा था. ऐसे में निलबंन के साथ ही जेल में डाल देना यह कहाँ का न्याय है. संघ ऐसी कार्रवाई की निंदा करता है. उन्होंने कहा कि शालेय शिक्षाकर्मी संघ पीड़ित शिक्षक के साथ है, और हम शिक्षक को न्याय दिलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं. यदि जल्द उचित कार्रवाई नहीं की कई तो हम सभी शिक्षक संगठनों के साथ मिलकर आगे के लिए मजबूत रणनीति बनाएंगे.