दुर्ग। कोरोना वायरस की महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है. इस दौरान किए गए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मुसीबत गरीब परिवारों और प्रवासी श्रमिको को झेलना पड़ रही है. ऐसे में यातायात पुलिस दुर्ग चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक ज्ञानेश्वर देवांगन ड्यूटी के दौरान जरूरतमंदों की मदद में जुटे हैं.

प्रधान आरक्षक ज्ञानेश्वर देवांगन जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने के साथ अपने घर तक पैदल सफर पर निकले प्रवासी मजदूरों को मंजिल तक पहुंचाने खाली जाते बड़े वाहनों को रोककर ड्राइवरों से इन मजदूरों को आगे तक छोडड देने का निवेदन कर उनके आगे के सफर को आसान कर दे रहे हैं.

प्रधान आरक्षक ने बताया कि वे ड्यूटी पर आते समय घर से का पैकेट बनाकर ड्यूटी पर निकलते हैं. मार्ग में दिखने वाले जरूरतमंद को वे भोजन का पैकेट दे देते हैं. उन्होंने बताया बहुत से सामाजिक संस्था भी खाने के पैकेट, पानी बोतल, बिस्किट पैकेट के साथ अन्य खाद्य सामाग्री उन्हे उपलब्ध करा रहे हैं, जिसे वे जरूरतमंदों को वितरित कर देते हैं.

लॉकडाउन वन और टू के दौरान ज्ञानेश्वर देवांगन की ड्यूटी बाइक पेट्रोलिंग में लगाई गई थी. इस दौरान वे दुर्ग शहर के प्रमुख मार्गों में पेट्रोलिंग करते वक्त चौक-चौराहों पर एकत्रित लोगों को मास्क और सैनिटाइज का उपयोग करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दिया करते थे.

लॉकडाउन-3 में उनकी ड्यूटी अंजोरा बाईपास में लगाई गई है. राजमार्ग होने की वजह से बहुत से प्रवासी मजदूर रास्ते से गुजर रहे हैं, जिनके लिए उन्होंने समाजसेवी संस्था के माध्यम से भोजन-पानी उपलब्ध करा रहे हैं. वहीं रास्ते से गुजरने वाले खाली वाहनों से उनके मंजिल तक पहुंचाने की भी व्यवस्था कर रहे हैं.