सुरेंद्र जैन, धरसींवा। दिगंबर जैन आचार्यश्री विद्यासागर जी की यम सल्लेखना समाधि को एक वर्ष पूर्ण होने पर देश के कोने-कोने में उन्हें याद किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ सहित देशभर में धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं, ऐसे में उनका एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें एक हिन्दू मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनकी पूजन आरती की जा रही है. यह भी पढ़ें : CG Breaking : सीएम साय के हेलीकॉप्टर में आई खराबी, जशपुर के लिए नहीं हो पाए रवाना

यह वीडियो मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बाड़ी के समीप वापोली धाम का है. दस साल पहले आचार्यश्री विद्यासागर जी ससंघ नेमावर से पद विहार करते हुए बाड़ी होते हुए विंध्याचल पर्वत के किनारे-किनारे बुंदेलखंड की ओर जा रहे थे, तब वापोली धाम में हिंदू तपस्वी संतों ने उनकी अगवानी कर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनकी पूजा-आरती कर उनका चरणाभिषेक किया था.

आचार्यश्री ने उस दौरान वापोली धाम में गिर गौशाला देखकर अति प्रसन्न हुए थे, क्योंकि आचार्य हमेशा एक ही बात कहते थे कि धरा पर साक्षात लक्ष्मी यदि कोई है, तो वह गाय है. समाधिस्थ आचार्यश्री का यह वीडियो जहां एक ओर यह बताता है कि आचार्यश्री सिर्फ जैनों के नहीं अपितु जन-जन के संत थे, तो वहीं यह वीडियो हिंदू जैन एकता की मिसाल भी है, और उन लोगों को सबक है, जो किसी न किसी तरह जैन और हिंदुओं में फूट डालने का प्रयास करते हैं.