संभल. इस साल सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाले नेजा मेले (Neja Mela) को प्रशासन ने अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है. जब मेला कमेटी के सदस्य अनुमति के लिए पहुंचे, तो एएसपी श्रीशचंद्र ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि लुटेरों और हत्यारों के नाम पर कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि सोमनाथ मंदिर लूटने और निर्दोषों की हत्या करने वाले के नाम पर मेले का आयोजन अपराध को महिमामंडित करने जैसा है.

प्रशासन के इस फैसले के बाद इलाके में हलचल बढ़ गई है. कुछ लोगों ने इस कदम को सही ठहराया, जबकि कुछ ने इसे परंपरा के खिलाफ बताया. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है. धार्मिक नगर नेजा कमेटी संभल के अध्यक्ष चौधरी शाहिद हुसैन मसूदी ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है, हालांकि प्रशासन अपने निर्णय पर अडिग बना हुआ है.

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बता दें कि संभल में होली के बाद सैयद सालार मसूद गाजी की याद में ‘नेजा मेला’ (Neja Mela) लगाया जाता था. हालांकि, इस आयोजन को लेकर पहले भी आपत्ति जताई गई थी. अब संभल जिला प्रशासन ने साफ कह दिया है कि वह लुटेरों के नाम पर मेले का आयोजन नहीं होने देगा.

कौन था सैयद सालार मसूद गाजी

सैयद सालार मसूद गाजी विदेशी आक्रांता महमूद गजनवी का भांजा और सेनापति था. गजनवी ने 1000 से 1027 ईसवी के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किया था. इस दौरान उसने हिंदुओं की आस्था का प्रतीक माने जाने वाले सोमनाथ मंदिर समेत कई खास जगहों को अपना निशाना बनाया था. सालार मसूद गाजी की जंग में मौत हुई थी. सालार मसूद गाजी की कब्र उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में है.