धमतरी। नदी घाटों पर रेत के अवैध उत्खनन का कारोबार इन दिनाें जोरों पर चल रहा है. राज्य के अलग- अलग हिस्सों से इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, और प्रशासन भी इन्हें काबू नहीं कर पा रहा है. रेत माफिया के बुलंद हौसले का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अपने अवैध कारोबार का विरोध करने वाले सरकारी अफसराें- कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों तक को ये लोग नहीं बख्श रहे हैं.

ताजा मामला कुरूद ब्लाक के ग्राम गाड़ाडीह का है. यहां घाट पर रेत के अवैध उत्खनन की शिकायत पर 16 जुलाई की रात कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य गोविंद साहू अपने साथियों के साथ निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. रेत माफिया के गुर्गों और वहां मौजूद लोगों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी.

मामले में गोरेगांव नगरी निवासी यतींद्र बंजारे ने कुरुद थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य मीना बंजारे और अन्य सदस्यों ने 16 सितंबर को जिला पंचायत में हुई बैठक में अवैध रेत उत्खनन व भंडारण रोकने के लिये खदानों का निरीक्षण करने का निर्णय लिया था. 17 सितंबर की रात जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर, सदस्य तारिणी चंद्राकर, सुमन साहू, कुसुमलता, मनोज साक्षी, मीना बंजारे, गोविंद साहू निरीक्षण के लिए निकले.

अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद घर में आराम करते जिपं सदस्य.

ग्राम परेवाडीह, दमकाडीह, कपालफोड़ी का निरीक्षण करने के बाद मंदरौद मेघा नदी के किनारे रेत भंडारण के पास पहुंचे. यहां हाइवा के जरिए रेत का भंडारण किया जा रहा था, अचानक कुछ लोग सामने आए और उनके साथ जातिसूचक गाली देते हुए नेतागिरी करते हो कहकर मारपीट करने लगे. लात, घुसा, रॉड से जमकर मारपीट की गई. जिला पंचायत सदस्य गोविंद साहू के कपड़े फाड़कर उसे बेदम पीटा. किसी तरह जान बचाकर वे घर तक पहुंचे, जहां से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इलाज के बाद वह घर पर है. पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है.