जितेंद्र सिन्हा. राजिम. फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी से लगे सरगी नाले में लोग दबंगई करते हुए रेत का अवैध उत्खनन कर धड़ल्ले से परिवहन कर रहे हैं. रेत माफिया को जिला प्रशासन की कार्यवाही का कोई डर भी नहीं है.
रेत उत्खनन के लिए एक ओर पर्यावरण के अलावा जिला प्रशासन से अनुमति लेना होता है, साथ ही कई नियम-कानूनों का पालन करना पड़ता है, लेकिन दूसरी ओर सारे नियम और कानून की धज्जियां उड़ाकर ग्राम खुटेरी से लगे सरगी नाला में लोग खुले आम दिन-दहाड़े नदी में जेसीबी लगाकर कर अवैध रेत खनन कर सैकड़ों ट्रिप ट्रैक्टर से परिवहन कर सीधा राजस्व को हजारों रुपये की हानि पहुंचा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार, ग्राम सेमराडीही के ही लोग यह काला कारोबार दिन के उजाले में कर रहे है. जब मौके पर हमारे प्रतिनिधि पहुंचे तो मौके पर मौजूद लोगों के पास खनन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं था. उलटे दबाव डलवाने कुछ जनप्रतिनिधियों से बात कराने की भी कोशिश किए. हैरानी की बात यह है कि इस नदी के किनारे दो पंचायत – रोहिना और खुटेरी है, लेकिन इन पंचायतों के सरपंच-सचिवों को रेत माफिया का अवैध खुदाई व परिवहन दिखाई नहीं दे रहा है.
मौके पर मौजूद रेत परिवहनकर्ता से जब इस संबंध में पूछा गया तो दबंगई दिखाते हुए कहा कि घर की जेसीबी मशीन है, इसलिए ईंट बनाने रेत ले जा रहे हैं. हमे को कोई परमिशन की जरूरत नहीं है. खुले आम हो रहे अवैध रेत खनन व परिवहन की जानकारी जब जिला खनिज इंस्पेक्टर उमेश भार्गव को दी गई तो उन्होंने जांच कर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है.