हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने साल 2002 के बाद सकल हिंदू समाज के बैनर तले अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इतने कम समय में चार लाख से ज्यादा लोग सुबह 7 बजे से ही इंदौर के लालबाग स्थित मैदान पर पहुंचना शुरू हो गए और जनसैलाब बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर में नजर आया। वहीं संघ ने भारत सरकार से बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाकर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और धार्मिक स्वतंत्रता कायम रहने का आग्रह किया है।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में आयोजित इस रैली में लगभग चार लाख लोग शामिल हुए। लालबाग मैदान से शुरू हुई यह विशाल रैली कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। संघ ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए आधे दिन इंदौर बंद का आह्वान किया था। जिसे व्यापारिक संगठनों और सामाजिक समूहों का व्यापक समर्थन मिला। लालबाग मैदान से सुबह 9 बजे रैली शुरू हुई, जिसमें 400 से अधिक संगठनों और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।

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रैली में सौंपे गए ज्ञापन में संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की जांच की मांग की गई है। संघ ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए ताकि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और धार्मिक स्वतंत्रता कायम रहे।

ज्ञापन में की ये मांग

  • अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान दे।
  • अंतर्राष्ट्रीय जांच समिति बनाकर इन अत्याचारों की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराई जाए।
  • दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसे अपराध दोबारा न हों।

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बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं

ज्ञापन में बांग्लादेश में हाल ही में हुई घटनाओं का भी जिक्र किया गया है।

  • 28 नवंबर 2024: ढाका में इस्कॉन भक्तों को धार्मिक कर्तव्य निभाने के लिए गिरफ्तार किया गया।
  • 27 नवंबर 2024: मेमन सिंह में एक हिंदू दुकानदार पर हमला कर उसकी दुकान लूट ली गई।
  • 26 नवंबर 2024: सिरसागंज में लोकनाथ मंदिर पर पेट्रोल बम फेंका गया।
  • 24 नवंबर 2024: एक हिंदू लड़की का जबरन धर्मांतरण कर आतंकी संगठन में शामिल किया गया।
  • 20 नवंबर 2024: हिंदू समुदाय के घरों और दुकानों को आग के हवाले किया गया।
  • 19 सितंबर 2024: कई हिंदू मंदिरों को तोड़कर आगजनी की गई।

पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कही ये बात

वहीं रैली के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि अगर बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रुके, तो भारत पीछे नहीं हटेगा। इस प्रकार के कृत्यों के खिलाफ भारत मुंहतोड़ जवाब देगा। इस प्रदर्शन के जरिए संघ ने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से कार्रवाई की मांग की है। हिंदू समुदाय की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाने का आग्रह किया गया है।

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