रायपुर- मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है. कर्मचारियों ने शासन को 5 अप्रैल तक मांगें पूरी किए जाने की मोहलत देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगें तय वक्त में पूरी नहीं की जाएंगी, तो प्रदेश की सबसे महत्वपूर्ण सेवा माने जानी वाली एंबुलेंस के पहिए थम जाएंगे. दरअसल संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 के कर्मचारी वेतन विसंगति की मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. एबुंलेंस सेवा ठप्प हो जाने से प्रदेशभर में दुर्घटनाग्रस्त लोगों को समय रहते इलाज नहीं मिल पाएगा.

आंदोलनरत कर्मचारियों की मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने चर्चा के लिए बुलाया भी था, लेकिन बातचीत में सराकात्मक नतीजे नहीं निकलने से कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की रणनीति तैयार कर ली है. कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांगों में ठेका प्रथा खत्म कर कर्मचारियों को शासन के अधीन करना, अप्रैल 2017 से वृद्धि किए गए न्यूनतम मजदूरी लागू कर एरियर्स राशि का भुगतान करना, श्रम अधिनियम के तहत कार्यवधि 8 घंटे निर्धारित करना, अतिरिक्त घंटें होने पर भत्ता दिया जाना, वेतनमान निश्चित समय पर दिया जाना और श्रम अधिनियम के तहत परिवर्तनशील महंगाई भत्ता समय पर बढ़ाए जाने की मांग शामिल है.

कर्मचारियों का कहना है कि लंबे समय से उनकी मांगों को सरकार नजरअंदाज कर रही है. कई दौर की बातचीत किए जाने के बावजूद शासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया है. लिहाजा कर्मचारी हड़ताल पर जाने पर बाध्य है. इधर कर्मचारियों की मांगों को लेकर फिलहाल सरकार का रूख साफ नहीं हो पाया है.