प्रतीक चौहान. रायपुर. राजधानी रायपुर के संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगे है. यहां कैंसर का इलाज कराने वाले एक मरीज के परिजनों ने आरोप लगाएं है कि यहां मुख्यमंत्री सहायता योजना से 4 लाख से अधिक की राशि स्वीकृत होने के बाद भी उनसे करीब 2 लाख रूपए कैश और ऑन लाईन लिए गए, जिसके प्रमाण उनके पास मौजूद है. अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें ये कहा कि जब शासन से स्वीकृत राशि उनके खाते में आ जाएगी वे उनसे ली गई राशि वापस कर देंगे, लेकिन अस्पताल ने उन्हें लिखित में कोई बिल नहीं दिया है कि कुल कितनी राशि कैश या ऑन लाईन उनसे ली गई है.

मरीज … बेगम के परिजनों ने मरीज का नाम गोपनीय रखने की अपील की है.  जो स्वीकृति उन्हें मिली थी उसका नंबर 2024/13291 (एसएनए) है और ये स्वीकृति धीरेंद्र गहवई के डिजिटल हस्ताक्षर से स्वीकृत हुई है. परिजनों का ये भी आरोप है कि वे अस्पताल में दी गई राशि को लेने के लिए कई बार चक्कर लगा चुके है, लेकिन उन्हें वहां से एक ही जवाब मिलता है कि राशि अभी नहीं आई है, आएगी तो उन्हें लौटा दी जाएगी.

लल्लूराम डॉट कॉम ने इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से बात की. उन्हें इससे जुड़े दस्तावेज मांगे (जो उन्हें उपलब्ध कराए गए), जिसके आधार पर जांच कराने की बात कही है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रारंभिक उनकी जांच में पता चला है कि उपरोक्त स्वीकृति का पत्र उन्हें मरीज के इलाज के बाद प्राप्त हुआ, यही कारण है कि उनके पास स्वीकृति तो है लेकिन उन्हें ये राशि ब्लॉक किसमें करनी है ये स्पष्ट नहीं है. (जैसा अस्पताल प्रबंधन ने बताया).