रायपुर. कृषि कानून को लेकर छत्तीसगढ़ में किसान भी नाराज़ हैं. किसानों ने संसद में इस कानून को पास कराने वाले सांसदों का घेराव करने का फैसला किया है.
इसका आगाज़ रायपुर से हुआ. रायपुर में किसानों ने सुनील सोनी के संसदीय निवास का घेराव किया. इस दौरान सासंद घर के बाहर आए और उनकी बातों को सुनने के बाद अपनी बात रखी. किसानों और सांसद के बीच दरवाजे पर करीब आधे घंटे तक बहस होती रही. सांसद धूप में खड़े होकर किसानों को कृषि बिल के फायदे गिना रहे थे तो किसान बिल की खामिया गिनाकर धूप में सांसद के पसीने निकलवा रहे थे.
तमाम बहस के बाद किसानों ने मांग रखी कि एक कानून और बना देना चाहिए कि एमएसपी पर खरीदी की अनिवार्यता हो. वहीं सुनील सोनी ने कहा कि एमएसपी पर खऱीद बंद नहीं हो रही है. कांग्रेस इस पर भ्रम फैला रही है. वहीं कांग्रेस की राज्य सरकार पर भी उन्होंने जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को किसानों का 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदना चाहिए.
किसानों ने कहा कि राजनीतिक झगड़े में कहीं किसान न पिसकर रह जाए. इसलिए एमएसपी की अनिर्वायता की जाए. उन्होंने कहा कि इसके कानूनी प्रावधान करने होंगे. किसानों ने कहा कि वे 26-27 नवंबर को पूरे प्रदेश में चक्का जाम करेंगे.