रायपुर- मानसूत्र सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस द्वारा जन विधानसभा लगाए जाने के मामले में संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने विशेषाधिकार हनन की सूचना विधानसभा को दी थी. अजय चंद्राकर ने अपनी सूचना के जरिये नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल पर सदन का अपमान करने का आरोप लगाया.
संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल खत्म होने के बाद कहा कि- कांग्रेस की जन विधानसभा लगाए जाने के मामले में उन्होंने 8 अगस्त 2017 को विशेषाधिकार हनन की सूचना दी थी. उन्होंने आसंदी से इस पर व्यवस्था देने का आग्रह किया. आसंदी की अनुमति से अजय चंद्राकर ने विशेषाधिकार हनन की सूचना सदन में पढ़ी.
अजय चंद्राकर ने कहा कि जन विधानसभा में आसंदी का मुखौटा पहनकर मजाक उड़ाया गया. ये सभी कृत्य टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल के नेतृत्व में किया गया. 10 मार्च 1092 को मध्यप्रदेश में श्यामाचरण शुक्ला जब नेता प्रतिपक्ष थे उस दौरान भी ऐसा किया गया था, तब विधानसभा ने खुद ही इस मामले को विशेषाधिकार भंग का मामला बताया था.
अजय चंद्राकर ने जोर देकर कहा ये महत्वपूर्ण मुद्दा है. ससंदीय गरिमा को बचाने इस विषय पर चर्चा कराई जानी चाहिए. कार्य संचालन एवं नियमावली 162 के अंतर्गत मैंने विशेषाधिकर भंग की सूचना दी है. मानसून सत्र के 1 अगस्त से प्रारम्भ था. सत्र शुरू होने के पहले से ही टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल समाचार पत्रों में स्थगन की सूचना का प्रचार प्रसार कर रहे थे. विपक्ष की वजह से सदन के सदस्य अपने प्रश्न नहीं पूछ पाये. सदन में हल्ला मचाकर सदन की प्रतिष्ठा को गभीर आघात पहुँचाया. सदन के गर्भगृह में आकर हल्ला करते हुए सदन की कार्यवाही को बाधित किया. इसके बाद जन विधानसभा लगाकर सदन की गरिमा का आम जनता के बीच मजाक बनाया गया.
विशेषाधिकार भंग की सूचना सदन में पढ़े जाने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई. भूपेश बघेल ने कहा- इससे पहले कभी ऐसी परंपरा नहीं रही कि विशेषाधिकार भंग की सूचना सदन में कभी नहीं पढ़ी गई. नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा- मान सम्मान को नीचे रखने के लिये हम सदन में नहीं बैठे है. सदन की परंपरा बनाने के लिए बैठे हैं.
सिंहदेव ने कहा- ये प्रजातांत्रिक पूजा हो रही है. ये दुर्भाग्य है. ये आधारहीन तथ्य है. टी एस सिंहदेव ने कहा- आसंदी ने जो करने दिया उस व्यवस्था पर संसदीय कार्यमंत्री सवाल उठा रहे हैं. ये क्या सिर्फ इसलिए है कि हम चुप रहे, सवाल ना खड़े करें, शांत रहे. हम गर्भगृह में क्यों नहीं जा सकते.
मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि -टी एस सिंहदेव और भूपेश बघेल ने जानबूझकर प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कहा- जन विधानसभा लगेगी. स्पीकर, मुख्यमंत्री, मंत्री का मुखौटा पहनकर प्रदर्शन किया.
सत्तापक्ष-विपक्ष के हंगामे के बीच स्पीकर ने कहा- इस विषय मे बाद में व्यवस्था दी जाएगी.