बिलासपुर। हाईकोर्ट में संतकुमार नेताम ने अपना एक केस वापस लेने के लिए आवेदन दे दिया लिया है. चौंकिए मत, उन्होंने मौजूदा जाति के मामले में केस वापस नहीं लिया है बल्कि हाईपावर कमेटी ने 2013 में जो फैसले दिया था उसे लेकर जो केस दायर किया था उसे वापस लेने का आवेदन दिया है. हांलाकि इस मामले में आज सुनवाई नहीं हो पाई.
संतकुमार नेताम का कहना है कि जब 2017 में हाईपावर कमेटी ने फैसला दे दिया है. तो पुराने केस को लड़ने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि इससे मामला और उलझेगा. इससे पहले जोगी की सुनवाई के बाद संतकुमार नेताम ने अपना वकील बदल लिया था. उन्होंने रक्षा अवस्थी की जगह आलोक बक्शी को अपना वकील बना लिया था. जबकि नंदकुमार साय की वकील रक्षा अवस्थी ही हैं.
जोगी ने हाई पावर कमेटी के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिसमें 7 सितंबर को फैसला आएगा. इस मामले में लगातार दूसरी बार हाईकोर्ट ने जोगी को स्टे देने से इंकार कर दिया है.