कुंदन कुमार, पटना. Bihar News: हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा महाकुंभ को लेकर दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि, लोक आस्था सनातन धर्म है. महाकुंभ पर इस तरीके से मल्लिकार्जुन खरगे का बयान उचित नहीं है. वैसे वह क्रिश्चियनिटी में विश्वास करते हैं. ईसाई धर्म को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं. सनातन धर्म का हमारा स्ट्रांग बॉन्ड है और हम लोग उसमें विश्वास करते हैं.

खरगे को माफी मांगनी चाहिए- संतोष सुमन

संतोष कुमार सुमन ने कहा कि, सब धर्म को साथ लेकर चलना चाहिए. कोई पूजा करता है. कोई मन्नत मांगता है. राजनीति करने आए हैं, तो राजनीति की बात करें ना की किसी धर्म के खिलाफ इस तरीके का बयान दें. उन्होंने कहा कि, एनडीए की सरकार में देश में और राज्यों में विकास हो रहा है. अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरीके का बयान मल्लिकार्जुन खरगे दे रहे हैं. 40 करोड़ से ज्यादा लोग महासंगम में डुबकी लगाने वाले हैं, जो इस तरीके का बयान दे रहे हैं. वह 40 करोड़ के आस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए.

नीतीश ने जंगल राज को खत्म किया-संतोष सुमन

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न मिलना चाहिए इसको लेकर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरीके से बिहार के लिए काम किया है. एक समय जंगल राज हुआ करता था, उसको खत्म करने का काम किया है. शाम के वक्त लोग बाहर नहीं निकल पाते थे और आज के समय बिहार में जिस तरीके का विकास हुआ है. बच्चियां जिस तरीके से स्कूल में जा रही हैं. बिहार में कई तरीकों के शोरूम खुल रहे हैं.

लेकिन एक समय था कि जहां शोरूम से गाड़ियां निकाल ली जाती थी, उस माहौल से निकलने का पूरा श्रेय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है. एक भागीरथ प्रयास है. बिहार में जिस तरीके से इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है. बिहार में बिजली 24 घंटे आती है. बिहार में रोजगार जिस तरीके से युवाओं को मिला है, जिस तरीके से नीतीश कुमार ने विकास किया है तो जरूर इस प्रयास को देखते हुए नीतीश जी भारत रत्न मिलना चाहिए.

खरगे ने कुंभ स्नान को लेकर कही थी ये बात

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कल सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि, भाजपा नेता तब तक डुबकी लगाते हैं, जब तक यह कैमरों में अच्छा दिखे. खरगे ने कहा कि, मोदी के झूठे वादों के झांसे में न आएं. क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म होती है? क्या इससे आपका पेट भरता है? जब बच्चे भूख से मर रहे हैं, स्कूल नहीं जा रहे हैं, मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही है, तब ये लोग हजारों रुपये खर्च कर गंगा में डुबकी लगाने की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, महाकुंभ पर खरगे की टिप्पणी को बताया हिंदुओं का अपमान, संविधान और UCC को लेकर कही ये बात