रायपुर. बीजेपी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय ने अपना वोट डालने के बाद हमारे राजनीतिक संपादक रुपेश गुप्ता से खास बातचीत की. ये बातचीत राज्य की राजनीति से लेकर उनके प्रभार वाले महाराष्ट्र की राजनीति तक थी. बातचीत में सरोज पांडेय ने साध्वी प्रज्ञा के चुनाव लड़ने और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए. बातचीत का सिलसिला छ्तीसगढ़ की राजनीति से शुरु हुआ-

रुपेश गुप्ता – क्या चुनावी माहौल आपको दिख रहा है?

सरोज पांडेय बीजेपी के पक्ष में माहौल है. बीजेपी प्रंचड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी और इस राष्ट्र को आगे ले जाने का काम करेगी.

रुपेश गुप्ता – कहा जा रहा है कि दुर्ग में टफ फाइट है. क्या लगता है आपको दुर्ग और छग को लेकर ?

सरोज पांडेय – मुझे नहीं लगता कि दुर्ग में टफ फाइट है. हम जीत रहे हैं और बहुत आसानी से जीत रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में कितने सीटों की उम्मीद है आपको ?

सरोज पांडेय ग्यारह की ग्यारह सीटें हम जीतेंगे. पिछली बार हम दस सीट जीते थे. एक सीट पर कसर बाकी रह गई थी. वो भी इस बार पूरी हो जाएगी.

रुपेश गुप्ता- लेकिन कांग्रेस की दलील है कि जब बीजेपी की सरकार राज्य में  थी, तब 49 विधायकों वाली बीजेपी ने 10 सीटें जीत गई. इस बार तो कांग्रेस की 68 वाली सरकार है.

सरोज पांडेय- निश्चित तौर पर 68 विधायकों की सरकार है लेकिन विधानसभा के मुद्दे अलग हैं. लोकसभा के मुद्दे अलग हैं. विधानसभा में चेहरा अलग था. लोकसभा में चेहरा अलग है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि लोग विधानसभा और लोकसभा को एक साथ लेंगे. दोनों चुनाव के अपनी-अपनी प्राथमिकताएं हैं. विधानसभा चुनाव में वो 68 सीट जीत गए लेकिन इसकी उम्मीद उन्हें भी नहीं थी. हमें भी इतनी कम सीटें जीतने की उम्मीद नहीं थी. विधानसभा का चुनाव अलग था. लोकसभा के चुनाव में मोदी लहर है.

रुपेश गुप्ता- सरकार बनने के बाद राज्य की भूपेश सरकार ने जो घोषणाएं की है, उनका असर होगा ?

सरोज पांडेय – मुझे नहीं लगता. अभी तक मेरे को जो रुझान लग रहे हैं, लोगों से जो बातचीत हुई है, उसमें मुझे नहीं लगता कि प्रभाव इस चुनाव पर हो.

रुपेश गुप्ता- राष्ट्रीय स्तर पर आपको क्या लग रहा है ?

सरोज पांडेय-  पूरे देश भर में हम प्रचंड बहुमत से आएंगे. जिन जगहों पर हमारी सरकारें रही. उन जगहों पर हम हैं ही. लेकिन जिन जगहों पर हम नहीं रहे. उन जगहों पर भी जीतने की स्थिति में है. हम ओडीशा में आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल में आ रहे हैं. केरल में आ रहे हैं. इन तमाम जगहों पर और बहुत अच्छी सीटें आ रहीहै. आप परिणाम देखिएगा, अप्रत्याशित होंगे.

रुपेश गुप्ता- उत्तर भारत की जो सीटें हैं जिनके बूते भाजपा की 1214 में सराकर बनी. उन राज्यों में आप सीटों की संख्या के लिहाज़ से अधिकतम हैं. उससे ऊपर नहीं जा सकते. वहां सीटों की संख्या कम होने का अनुमान है. तो क्या इसकी इसकी भरपाई ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से हो जाएगी ?

सरोज पांडेय – ( सरोज पांडेय ने सीधे उत्तर प्रदेश के संदर्भ में जवाब दिया) वहां पर महागठबंधन बनाकर जिस प्रकार से रोकने की कोशिश की है. वहां पर कोई मुद्दे नहीं है. सिद्धांत नहीं है. विचारधारा नहीं है. पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा होता है. केवल इसलिए कि एक दल को रोकना है. एक व्यक्ति को रोकना है. उनके अस्तित्व का सवाल है. इसलिए उन्होने प्रयास किया. मुझे लगता है कि हम उत्तर प्रदेश में इतने कम भी नहीं है. हम आगे बढ़ेंगे. हम अच्छी स्थिति में होंगे. बाकी जगहों से आ ही रही है सीट. इसलिए हम बहुत अच्छे परिणामों के साथ आगे आएंगे.

रुपेश गुप्ता- महाराष्ट्र में क्या उम्मीद है ?

सरोज पांडेय- महाराष्ट्र में पिछली बार जितने आए थे . उससे आगे बढ़ेंगे. पिछली बार से कम नहीं आएंगे.

रुपेश गुप्ता- उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी मैदान में उतरेंगी.चर्चा है कि पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेगीं. बस आदेश का इंतजार है.

सरोज पांडेय- अब उनके दल को उन्हें आदेश देना चाहिए. अगर मन में कोई इच्छा है तो उनके दल को विचार करना चाहिए. मैं यही कह सकती हूं. शुभकामनाएं दे सकती हूं.

रुपेश गुप्ता- भोपाल से आपकी पार्टी ने एक साध्वी को उतारा है. भाजपा पर आरोप लग रहे हैं कि जिस पर इतने संगीन आरोप रहे हों उन्हें आप प्रत्याशी बना रहे हैं?

सरोज पांडेय – देखिए जहां तक प्रज्ञा ठाकुर के ऊपर आरोपों की बात है. उन पर कोई भी आरोप प्रमाणित नहीं हुए हैं. विपक्ष का काम आरोप लगाना है. आरोप पहले भी लगाते रहे हैं.आगे भी लगाएंगे.

रुपेश गुप्ता- लेकिन प्रज्ञा की पहली बार गिरफ्तारी शिवराज सरकार में हुई थी

सरोज पांडेय- वो परिस्थितियां कुछ अलग थीं. कानून जब अपना काम करता है तब उनको काम करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए. जो भी पद पर बैठता है. वो शपथ लेता है. इसलिए उसे शपथ के हिसाब से काम करना पड़ता है. इसलिए इस विषय पर अभी कुछ कहना जल्दबाज़ी होगी.

रुपेश गुप्ता- एक बार फिर से वही सवाल, महाराष्ट्र से क्या उम्मीदें हैं आपको?

सरोज पांडेय- महाराष्ट्र में बहुत अच्छी उम्मीद है. भारतीय जनता पार्टी के पास जो सीटें हैे, हम 25 की 25 सीटें जीतने वाले हैं. इसके साथ हम शिवसेना की सीटें भी जीतेंगे. तो पिछली बार जितनी सीटें जीते थे. उससे हम ज़्यादा जीतेंगे. कांग्रेस वहां कहीं दिखाई नहीं दे रही है. कांग्रेस के अलावा जो अन्य दल थे. वहां पर एनसीपी वैगेरह जो हैं. वो भी बहुत कम़ज़ोर स्थिति में है. मैं कल ही प्रवास पर थी. बारामती के प्रवास पर मुझे लगा कि इस बार शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले जो चुनाव लड़ रही हैं, वो भी बहुत अच्छी स्थिति में दिखाई नहीं देती. हम वो सीट जीत सकते हैं.

रुपेश गुप्ता- बहुत बहुत शुक्रिय हमसे बात करने के लिए