कोरबा- 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत हुई तो नेतृत्वकर्ता कौन होगा? दरअसल ये सवाल बीजेपी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय के उस बयान के बाद खड़ा हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश का नेतृत्व पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगी.

छत्तीसगढ़ में अब तक डॉ रमन सिंह ही बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे माने जाते रहे हैं, लिहाजा सरोज पांडेय का यह बयान संगठन के नेताओं में चर्चा का विषय बन गया है.

राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने अपने बयान में कहा है कि- देश मे स्वीकार और सर्वमान्य नेतृत्व है, नरेंद्र मोदी का. नरेंद्र मोदी हमारे नेता है.  प्रदेश में नेतृत्व पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करती है. डेढ़ साल का वक़्त है, अभी चुनाव में और डेढ़ साल बाद इस बात का निर्णय पार्लियामेंट्री बोर्ड करेगा कि प्रदेश का नेतृत्व कौन करेगा? ये मेरा विषय नहीं है. मुझे इसका अधिकार भी नहीं है.

विपक्ष खुद ही मल्लयुद्ध में लगा हुआ है- सरोज पांडेय

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में संगठन ने 65 सीट जितने का लक्ष्य पर जोर दिया. राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने कहा-

हम 65 सीट से ज्यादा सीटों पर जीतेंगे. छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ने बीते 13 सालों में बहुत काम किये है और इन कामों को लेकर ही हम जनता के बीच जाएंगे. ये चर्चा जरूर होती है कि 13 सालों बाद जनता पक्ष में नहीं होती है लेकिन प्रदेश में जनता का आशीर्वाद बीजेपी को दोनों हाथों से मिला है. कमी कहीं नहीं है. संगठनात्मक तौर पर भी हम बहुत मजबूत है. चुनौती विपक्ष देता है और विपक्ष शून्य है. विपक्ष खुद ही मल्लयुद्ध में लगा हुआ है. मुझे लगता है कि विपक्ष हैं हैं नहीं तो मुश्किल नहीं होगी. हम किसी भी चीज को आसान मानकर नहीं चल रहे.