नई दिल्ली. आगामी 23 अप्रैल को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों को लेकर माथापच्ची कर रही है. लेकिन इस बीच न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि सरोज पांडेय, डॉ अनिल जैन, प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हाराव और अनिल बलूनी को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है.

हालांकि ये साफ नहीं है कि सरोज पांडेय छत्तीसढ़ से उम्मीदवार बनेंगी या किसी और राज्य से. चर्चा के मुताबिक छत्तीसगढ़ की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए पार्टी ने सरोज पांडेय को खड़ा किया जा सकता है. तो वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी पर मुहर लगाते हुए उन्हें भी राज्यसभा के लिए टिकट दी जा सकती है.
अगर सरोज पांडेय को छत्तीसगढ़ से टिकट मिली तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का नाम कट जाएगा. धरमलाल कौशिक ने घोषणा से पहले नामांकन खरीदकर किरकिरी करा ली. बताया जाता है कि आलाकमान उनके इस रुख से नाराज़ है.

इससे पहले बीजेपी ने 8 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. जिसमें प्रकाश जावड़ेकर को छोड़कर 8 में से 7 मंत्रियों के नाम हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली को गुजरात के बजाय उत्तर प्रदेश से, केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत और धर्मेंद्र प्रधान मध्य प्रदेश से, मनसुख भाई मंडाविया और पुरुषोत्तम रुपाला गुजरात से, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से, रविशंकर प्रसाद को बिहार से उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को राजस्थान से उम्मीदवार बनाया गया है.

पार्टी की जारी सूची के मुताबिक इस बार विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न करने के कारण पार्टी को तीन में से दो सीटें ही मिलेंगी. यही कारण है कि इस बार नेतृत्व ने जेटली को गुजरात की जगह उत्तर प्रदेश से मैदान में उतारा है. फिलहाल इस सूची में सेवानिवृत्त हो रहे मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का नाम नहीं है. उन्हें महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी. हरियाणा प्रदेश इकाई ने राज्यसभा के लिए पिछड़े वर्ग से रामचंद्र जांगड़ा का नाम सुझाया है।

इस चुनाव में भाजपा को चार मनोनीत सदस्यों समेत करीब 30 सीटें हासिल होंगी. इनमें सर्वाधिक 8 सीटें उत्तर प्रदेश की हैं. पार्टी ने यहां नौवीं सीट पर भी उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई थी, मगर इसी बीच सपा-बसपा के बीच तालमेल के कारण पार्टी को अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करना पड़ रहा है.