संदीप शर्मा,विदिशा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के 5 लाख से अधिक बेघर लोगों को पक्के आवास की सौगात दी है. पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए मकानों में 5 लाख 21 हजार लोगों का ‘गृह प्रवेशम्’ कराया गया. लेकिन ताजुब्ब की बात यह है कि प्रधानमंत्री गरीबों को मुफ्त में आवास देने में लगे हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में रिश्वत लेकर आवास के लिए नाम लिखा जा रहा है. यानी भ्रष्टाचार की इबारत गढ़ी जा रही है. इधर पीएम मोदी आवास की सौगात दे रहे थे, उधर सरपंच का हितग्राहियों से आवास के लिए 5-5 हजार रुपये रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हो रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री का सपना कैसे पूरा होगा ? मुख्यमंत्री शिवराज भी अपराधियों को हर बार कड़ी चेतावनी देते रहते हैं, फिर भी एमपी में भ्रष्टाचार चरम पर है.
यह पूरा मामला मप्र के विदिशा जिले के सिरोंज तहसील का है. सिरोंज में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में महाघोटाले के बाद पीएम आवास योजना में भी रिश्वत घोटाले का मामला सामने आया है. ग्राम पंचायत खेजड़ा हाली के सरपंच सुनील कुमार अपने गांव के हितग्राहियों के पैसे की उगाही कर रहा है. वो इसलिए क्योंकि गरीबों को रहने के लिए छत की जरूरत है. उसी छत के लिए सरपंच सभी से 5-5 हजार रूपये की रिश्वत की डिमांड कर रहा है. अब मरता क्या नहीं करता. गरीबों की पीएम आवास चाहिए, इसलिए रिश्वत भी देनी पड़ रही है.
खेजड़ा हाली के सरपंच सुनील कुमार पीएम आवास की स्वीकृत के लिए रिश्वत ले रहा है. करीब 2 दर्जन से अधिक ग्रामीणों से 5-5 हजार रूपये रिश्वत ले चुका है. जिसका वीडियो भी सामने आया है. जिसमें पैसे लेते हुए साफ दिख रहा है. यह मार्च महीने का ही है और कुछ ही दिन पुराना बताया जा रहा है. इस तरह पीएम आवास के लिए रिश्वत का खेल चल रहा है. यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले ही प्रदेश के इलाकों से ऐसी खबरें पहले भी आ चुकी हैं.
जिन हितग्राहियों ने रिश्वत दी है उन्होंने रोजगार सहायक और सरपंच पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने तहसीलदार को रिश्वत का पूरा वीडियो दिखाया है. उनका आरोप है कि रिश्वत देने के बाद भी ग्रामीणों को पीएम आवास की स्वीकृति नहीं मिली. ग्रामीणों ने एसडीएम के नाम तहसीलदार को ज्ञापन दिया है. इस मामले की जांच करवाकर करवाई करने की मांग की है. अब इस मामले में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. वो अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.
सिरोंज कांग्रेस कमेटी ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र पाटीदार ने फेसबुक में वीडियो अपलोड कर लिखा है कि एक ओर हमारे महोदय भ्रष्टाचार करने वालों को मिटा देने की बात कर मंचों से वाहवाही लूट रहे. वहीं दूसरी ओर सिरोंज की खेजड़ा हाली पंचायत में खुलेआम पैसे लिए जा रहे हैं. क्या यही है आपके मुख्यमंत्री के गृह जिले विदिशा के सिरोंज मैं सरकार का चाल चरित्र और चेहरा ? सरपंच खुलेआम गरीबों से आवास के नाम पर पैसे ले रहे हैं. पैसे देने के बाद भी गरीबों के काम नहीं हो रहे है. सरकार और प्रशासन घपले घोटालों पर मौन.
बता दें कि सीएम शिवराज सिंह अपने संबोधन में हर दफा अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और माफियाओं को सख्त लहजे से कड़ी चेतावनी देते रहे हैं. लेकिन इसका असर कितना हो रहा है. हाल ही में शिवराज ने कहा था कि भ्रष्टाचारियों को छोडूंगा नहीं. टेंटुआ में हाथ डालकर पैसा निकालूंगा. चिंता मत करना. जनता के हित के साथ खिलवाड़ किया, तो नौकरी करने लायक नहीं रहने दूंगा. अगर गड़बड कर जनता का धन खाया तो, एक-एक पाई वसूल लूंगा. इस सरकार में सबसे पहला हक गरीबों का है.
मध्यप्रदेश में रोजाना रिश्वत लेने का मामला सामने आता है. कभी छोटे कर्मचारी, तो कभी बड़े अधिकारी घूस लेते पकड़े जाते हैं. लेकिन वो सुधरते नहीं है. जैसे की रिश्वत लेना उनका जन्मसिद्ध अधिकार हो. ऐसे में इसे क्या समझा जाए. क्या मामा की चेतावनी का असर नहीं हो रहा है या फिर कर्मचारी-अधिकारी ही भ्रष्ट हैं. जो चलेंगे तो अपने ढर्रे पर ही. अब आज मंगलवार को पीएम मोदी आवास की सौगात दे रहे थे, उसी दिन आवास के लिए रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होना मप्र के लिए बहुत शर्म की बात है. अब इस रिश्वतकांड में भी पहले की तरह जांच के बाद कार्रवाई करने का झुनझुना दिया जाएगा.
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