रोहित कश्यप,मुंगेली। नेकी कर दरिया में डाल वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी. कुछ ऐसा ही जरहागांव पंचायत में देखने को मिला है. दरअसल, बिलासपुर मुंगेली मुख्य मार्ग पर स्थित जरहागांव के सड़क पर जगह जगह बड़ी संख्या में आवारा मवेशियों को कभी बैठे पाओगे तो खभी खड़े हुए. जिसके चलते आए दिन वाहन सवार दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं.
पंचायत के सरपंच धीरसिंह बंजारे और पंचायत प्रतिनिधि निधियों ने जनहित में एक पहल करते हुए करीब 100 की संख्या में आवारा मवेशियों को गौठान में खदेड़ कर ठहराया और चारे पानी की व्यवस्था भी करा दिया, ताकि सड़कों और गांव में आवारा की तरह घूमने वाले इन मवेशियों से किसी तरह की कोई घटना न हो.
सरपंच एवं पंचों के द्वारा गांव में मीटिंग बुलाकर पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा आम लोगों से यह अपील की गई कि गौठान में जिनके भी मवेशी हैं, वे पशु पालक अपने मवेशी को वहां से ले जाएं. अपील का असर आधा ही हुआ यही वजह है कि पिछले दो तीन दिन में पशुपालक 100 में से करीब 50-60 मवेशी को तो ले गए हैं, लेकिन 3 दर्जन से अधिक मवेशी अब भी गौठान में हैं, जो कि पंचायत प्रतिनिधियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
इनके चारे और पानी की व्यवस्था के साथ ही रखवाली करनी पड़ रही है, क्योंकि जानवरों को गौठान में रखना तो आसान है, लेकिन उनके चारे के लिए पर्याप्त व्यवस्था और सुरक्षा का पूरा इंतजाम करना उतना ही कठिन है. यही वजह है कि नेकी करने निकले यहां के पंचायत प्रतिनिधि सिर पकड़ कर रो रहे हैं. सरपंच धीरसिंह बंजारे एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामवासियों से अपील की है कि जिनके भी मवेशी गौठान में हैं, वे पशुपालक गौठान से उन्हें ले जाएं.
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